अभय तिवारी / गढ़वा : गढ़वा जिले में इन दिनों परिवहन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां नियमों को ताक पर रखकर बिना कागजात और बिना परमिट के कई हाइवा चल रहे हैं, जिससे स्थानीय हाइवा गाड़ियों का रोजगार प्रभावित हो रहा है। इसे लेकर स्थानीय हाइवा संघ के लोगों ने उपायुक्त से मिलकर कर उन्हें अपनी शिकायत सौपेंगे और अपनी मांग को पूरा करने की बात करेंगे, ताकि इनलोग की फिट पड़ी गाड़ियों को काम मिल सके और सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो सके। (नीचे भी पढ़ें और वीडियो देखें)
गढ़वा जिले में इन दिनों सड़क निर्माण और सरकारी इमारतों के निर्माण का काफी काम चल रहा है। इसकी वजह से निर्माण सामग्री ढोने वाली गाड़ियों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। इससे शहर में जहां यातायात की समस्या उत्पन्न हो गई है तो वहीं स्थानीय हाइवा मालिक भी खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि निर्माण सामग्री ढोने वाली अधिकांश गाडियां झारखंड से बाहर की हैं । इसकी वजह से स्थानीय हाइवा गाडियां बेकार बैठी हैं और उन्हें काम नहीं मिल रहा है। ज्यादा परेशानी इस बात की है कि स्थानीय गाड़ियों पर तो प्रशासन पूरी निगरानी रखता है, लेकिन बाहर की गाड़ियां बिना परमिट के ही चल रही हैं और विभाग उन्हें कुछ नहीं कहता है। (नीचे भी पढ़ें और वीडियो देखें)
हाइवा संघ के लोगों की माने तो बाहर की गाड़ियों पर विभाग इतना मेहरबान है कि ये गाडियां बिना माइनिंग पेपर के ही माइनिंग से जुड़े समान भी ढो रही हैं और वो भी दिनदहाड़े। लेकिन विभाग ही नही पूरा प्रशासन इसे लेकर मौन है। जबकि स्थानीय गाड़ियों पर सभी तरह के नियम कानून थोपे जा रहे हैं। अपनी इन्ही शिकायतों को लेकर हाइवा संघ के पदाधिकारियों ने उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी बात रखेंगे और इनकी समस्या का कैसे समाधान होगा उस पर बात करेंगे।