जमशेदपुर : जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र से झारखंड सीआइडी ने तीन बड़े साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग देश के कई हिस्सों के लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी किये थे, जिनको सीआइडी की टीम ने पकड़ा है. उनके कारस्तानियों की जानकारी कई बार नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में दर्ज किया गया था. करीब सौ से अधिक लोगों को इन लोगों ने ठगा है. महाराष्ट्र, तमिलनाडू, गुजरात, हरियाणा के लोगों को ठगा गया है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ एक दिन में इंडसइंड बैंक के एकाउंट से 1 करोड़ 84 लाख 30 हजार 297 रुपये का ट्रांजैक्शन ठगों के बैंक एकाउंट से हो चुका था. ये लोग फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करते थे, जिसका खुलासा भी हुआ है. (नीचे भी पढ़ें)
पकड़े गये लोगों में जमशेदपुर के कदमा भाटिया बस्ती मेन रोड सुधा दूध डेयरी के बगल में रहने वाला शेखर कुमार, कदमा उलियान बजरंग पथ निवासी मुकेश सिंह परिहार का बेटा बंटी मुखई और कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 3 के निर्मल कॉलोनी निवासी सुब्रतो विश्वास शामिल है. उनके पास से 10 मोबाइल सिम, 40 डेबिट कार्ड, 33 चेकबुक, 4 पासबुक, 12 स्टांप, अलमानटिस अल्यूमिना फर्म के 97 और यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर के 94 विजिटिंग कार्ड बरामद किया गया है. उनके पास से बरामद मोबाइल से वाट्सएप चैट भी बरामद किया गया है. रफर्जी रेंटर एग्रिमेंट और फर्म के लेटर हेड भी बरामद किया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
सीआइडी झारखंड की ओर से बताया गया है कि साइबर क्राइम के तहत 15 मार्च को एक केस दर्ज किया गया था. दर्ज केस में वादिनी को टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क किया गया, जिसमें गुगल मैप का लिंक भेजकर होटल के रेटिंग का 5 स्टर करने का स्क्रीन शाट भेजकर पार्ट टाइम जॉब ऑफर दिया गया. इसके बाद उन्हें टेलीग्राम प्रोफाइल पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया. उक्त टेलीग्राम प्रोफाइल के माध्यम से दिये गये टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खाताओं में पैसा डालने को बोला गया. शुरू में झांसा में लेने के लिए उनको एकाउंट में कुछ पैसे डाले गये, लेकिन बाद में पैसे डालना बंद कर दिया गया और इस तरह से उनके साथ कुल 2 लाख 88 हजार रुपये का साइबर ठगी कर लिया गया. इस अपराध को करने वालों ने महिला को अलग-अलग कंपनी या फर्म के नाम पर बने बैंक खाताओं में यूपीआइ के माध्यम से पैसे डालने को कहा गया. फाइनांसियल ट्रायल एनालिसस में पेक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड एकाउंट दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कोलकाता, ओडिशा समेत अन्य राज्यों के बैंक खाते पाये गये, जिसमें करोड़ों रुपये के ट्रांजैक्शन किये गये थे. जांच में इन बैंक काताओं से हुए ट्रांजैक्शन के आइपी के सरवर एमेजॉन एडब्ल्यूएस, गुगल क्लाउड, हांगकांड और चीन में पाया गया. इसकी जांच में इन तीनों के शामिल होने का खुलासा हुआ. सीआइडी के मुताबिक, इंडसइंड बैंक एकाउंट में सिर्फ एक दिन में 1 करोड़ 84 लाख 30 हजार 297 रुपये क्रेडिट हुआ है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से उन खातों के खिलाफ महाराष्ट्र, तमिलनाडू, गुजरात, हरियाणा समेत अन्य जगहों से 100 शिकायतें दर्ज है. (नीचे भी पढ़ें)
इनके पास से बरामद अन्य फर्जी फर्म यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर फर्जी फर्म के एसबीआइ एकाउंट में महाराष्ट्र, तेलंगाना, हरियाणा, दिल्ली, केरल, कर्नाटका व राजस्थान के 32 शिकायतें, पंजाब नेशनल बैंक के एकाउंट में तेलंगाना, सिक्किम, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, महाराष्ट्र और केरल में कुल 36 शिकायत, सुब्रतो इंटरप्राइजेज से लिंक स्टेट बैंक के एकाउंट में दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटका, गुजरात में कुल 13 शिकायत, एलमानतिस एलुमिना से लिंक स्टेट बैंक एकाउंट में महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना और कर्नाटक में कुल 11 शिकायत, दशमत इंटरप्राइजेज से लिंक स्टेट बैंक एकाउंट में हरियाणा से एक शिकायत, लोहार इंटरप्राइजेज से लिंक पंजाब नेशनल बैंक के एकाउंट में मध्य प्रदेस से एक शिकायत और कंफर्म क्रिएशन और फेब्रिक फैंटेसीज से लिंक डीबीएस बैंक एकाउंट में कुल 5 शिकायतें महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में दर्ज है.