Jamshedpur : कोरोना काल में लगभग सभी धार्मिक अनुष्ठान बंद हैं. सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सीमित संसधनों के साथ लोग अपने पर्व-त्योहारों को मना रहे हैं. इन सबके बीच हमारे बीच एक एसा समुदाय भी है, जो अपने अराध्य की पूजा पूरे भक्तिभाव के साथ करता है, जिसे हम किन्नर के रूप में जानते हैं. वैसे बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि किन्नरों की आराध्य मां मंगला हैं. मां मंगला देवी काली का ही एक रूप हैं, जिनकी आराधना आम लोगों के साथ किन्नार भी करते हैं.
आज जमशेदपुर के किन्नर स्वर्णरेखा नदी से घाट पहुंचे. जहां से पूरे विधि-विधान के साथ घट में जल लेकर झूमते- गाते कठोर तपस्या करते हुए जल ले गये. इस संबंध में किन्नरों ने बताया कि आज रात को वे अपने आराध्य की पूजा करेंगी और समाज की सुख-शांति के लिए मां मंगला से दुआ करेंगी. उन्होंने बताया कि इस पूजा में काफी कठोर प्रक्रिया से किन्नरों को गुजरना पड़ता है. मन्नत पूरी होने पर ये किन्नर अपनी जीभ में धारदार छड़ घोंप कर मां काली को खून चढ़ाते हैं. हालांकि ऐसा वही किन्नर कर सकता है, जिस पर मां की कृपा होगी.