जमशेदपुर : जमशेदपुर के अलावा कोयलांचल एवं पुरुलिया में शिक्षा की ज्योति के प्रचार प्रसार के प्रतीक फादर हिलेरी लोबो का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्होंने टाटा मेन अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली. फादर हिलेरी लोबो का जन्म सन् 1940 में कर्नाटक के बेंगलुरु के नीमरगा गांव में हुआ था. उन्होंने काफी कम उम्र में ही अपना जीवन समाज के लिए सौंप दिया और सोसायटी ऑफ जीसस में शामिल हो गए. उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज रांची से स्नातक किया और फिर उच्च शिक्षा पुणे एवं अमेरिका से प्राप्त की. 1963 में ही उन्होंने गरीब बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. चाईबासा के लुपंगगुटू स्थित संत जेवियर हाई स्कूल से शिक्षण कैरियर की शुरुआत की ओर सन् 1976 में लोयला स्कूल के वाइस प्रिंसिपल बन गए.जमशेदपुर में ही उन्होंने लोयला कॉलेज ऑफ एजुकेशन, एक्सएलआरआई, एक्सआईटीई में अपनी लंबी सेवाएं दी और फिर डीनोबिली स्कूल डिगावाडीह धनबाद के प्रिंसिपल डायरेक्टर रहे. (नीचे भी पढ़ें)
2014 से वे अपनी सेवाएं बतौर प्रोफेसर एवं हॉस्टल प्रीफेक्ट के तौर पर एक्सआईटीई गम्हारिया को दे रहे थे. उनके निधन पर प्रिंसिपल फादर पायस फर्नांडिस, फादर सिरिल फर्नांडेज, फादर सीएल जॉर्ज, फादर अगस्टिन, पूर्व प्रिंसिपल ललिता सरीन, पूर्व प्रिंसिपल विजय कार्था, प्रिंसिपल फादर मिस्किथ, फादर टोनी पी एंथोनी राज, फादर सेबेस्टियन, पूर्व वायकर जनरल फादर डेविड विंसेंट, प्रिंसिपल फ्रांसिस जोसेफ, नर्गिस मदन, लोयोला बी एड कॉलेज एलुमिनी एसोसिएशन के सुमन सरकार, कुलविंदर सिंह, सुचिंद्र बनर्जी, आदि ने शोक जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है. मंगलवार को उनके पार्थिव शरीर का मानगो के यीशु भवन में अंतिम संस्कार किया जाएगा.