जमशेदपुर : जमशेदपुर स्थित बर्मामाइंस गुरुद्वारा मैदान में रविवार को अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ का चौथा बड़ादेव महोत्सव सह वनभोज आयोजित हुआ. समारोह की शुरुआत समाज के कुल देवता बड़ादेव के पूजन के साथ हुई. (नीचे भी पढ़ें)
बता दें कि गोंड समाज के लोग प्रकृति की पूजा करते हैं. इस मौके पर समाज के प्रदेश अध्यक्ष गुरुचरण नायक सहित विभिन्न जिलों से आये महिला-पुरुषों एवं बच्चों ने समारोह में शिरकत की. सभी ने इस अवसर पर आयोजित वनभोज का भी आनंद लिया. जमशेदपुर में गोंड़ समाज के लोगों की संख्या 7 हज़ार जबकि पूरे झारखंड में इस जाति के 23 हज़ार लोग रहते हैं, लेकिन समाज के लोग सरकार के उदासीन रवैये से काफी नाराज हैं. जिला अध्यक्ष दिनेश साह गोंड़ ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह समाज खेती बाड़ी और मजदूरी कर जीवन यापन करता है. (नीचे भी पढ़ें)
उन्सहोंने कहा कि रकार ने हर वर्ग के लिए कई योजनाएं लागू कर रखी हैं, लेकिन गोंड़ समाज इससे वंचित है. यहां तक कि कास्ट सर्टिफिकेट बनाने में भी इन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार सरकार का ध्यान आकर्षित कराया गया, किन्तु समाज के विकास के लिए अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है. उन्होंने कहाकि वोट के समय किसी प्रकार की पाबंदी या खतियान की मांग नहीं की जाती, जबकि सरकार बनाने में गोंड़ समाज की भी अहम भूमिका होती है. इसके विकास के लिए भी सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है.