जमशेदपुर : जमशेदपुर ही नही बल्कि पूरे कोल्हान के पत्रकारिता के आधार स्तंभ 58 वर्षीय बिनोद शरण जी नही रहे. उन्होंने सरायकेला-खरसावां स्थित आदित्यपुर के मेडिट्रीना अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनका निधन रविवार की अहले सुबह हुई. वे कोरोना से संक्रमित नही थे. वे अपने पीछे पत्नी और एक बेटा और एक बेटी समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए है. बिनोद शरण जमशेदपुर ही नही पूरे कोल्हान के मूर्धन्य पत्रकारिता का बड़ा चेहरा थे. उनके सानिध्य में जमशेदपुर और कोल्हान के पत्रकारों ने पत्रकारिता का ककहरा सीखा था. जमशेदपुर में प्रभात खबर के संस्थापक सदस्य रहे और प्रभात खबर के लिए उन्होंने जी-जान लगाया था और अखबार को नंबर वन बनाने में उनकी अहम भूमिका थी. इसके बाद उनका तबादला धनबाद कर दिया गया और फिर प्रभात खबर से नाता उनका टूट गया. लम्बे समय तक वे इस्पात मेल से जुड़े रहे थे और फिर एक टीवी न्यूज़ चैनल से जुड़कर काम किया. इन बीच उनको किडनी का दिक्कत हो गई जिसके बाद से वे लगातार बीमार रहने लगे थे और डायलिसिस पर चल रहे थे. अंतिम समय मे वे ज़िंदगी से काफी संघर्ष किये और उनकी तबियत बिगड़ गई जिसके बाद से बिनोद शरण के तबियत में सुधार नही हो पाया और रविवार को वे ज़िंदगी की जंग हार गए. उनका अंतिम संस्कार रविवार को ही दोपहर में ही बिष्टुपुर पार्वती घाट में किया जाएगा. उनके आदित्यपुर बाबाकुटी स्थित आवास में उनको जानने वालों का तांता लगा हुआ है और उनकी असामयिक मौत पर शोक जता रहे है.
jamshedpur-journalism-looses-जमशेदपुर में प्रभात खबर के संस्थापक सदस्य और कोल्हान के पत्रकारिता के आधार स्तम्भ बिनोद शरण नही रहे, पत्रकारिता ने खोया एक और बड़ा चेहरा
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