जादूगोड़ा : चिल चिल्लाती धूप व आसमान से बरसते आग के गोले बीच जादूगोड़ा का दुडकू प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल से जोड़ने में जुटे है. स्कूल के दो शिक्षक पूर्ण चंद्र व शिक्षिका डी सिल्विया शनिवार को प्रयास योजना के तहत ड्राप आउट बच्चों को दोबारा स्कूल से जोड़ने या नामांकन के बाद स्कूल छोड़ चुके बच्चों के अभिभावक के तलाश में स्कूल से तीन किलोमीटर दूर राखा माइंस रेलवे स्टेशन पहुंचे व फल बेच कर जीविका चला रहे विक्रेता सुरेश साव से मिले. उनके बच्चे बीते तीन महीने से स्कूल नही आ रहे. (नीचे भी पढ़ें)
उनके बच्चो के बाबत जानकारी हासिल की. फल विक्रेता सुरेश साव का 12 साल का पुत्र राजकुमार साव दुडकू प्राथमिक विद्यालय में चौथी कक्षा का छात्र है. वह बीते तीन महीने से स्कूल नही आ रहा है, जिसकी खोज खबर लेने दुडकू स्कूल की शिक्षिका डी सिल्विया व पूर्ण चंद्र पहुंचे थे. जानकारी हासिल करने पर उनका स्कूल छोड़कर समस्तीपुर (बिहार ) चला गया है. शिक्षिका डी सिल्विया के समझाने के बाद फल विक्रेता सुरेश साव ने वापस जल्द बिहार से वापस बुलाकर स्कूल में दोबारा नामांकन का भरोसा दिया. इधर आश्वासन मिलने के बाद स्कूल की टीम वापस लौटी. इस बाबत विद्यालय के शिक्षक पूर्ण चंद्र ने कहा कि बीते एक महीने में 30-35 ड्राप आउट बच्चों को वापस जोड़ा गया है. यह अभियान लगातार दुडकू स्कूल प्रबंधन चला रही है.