चाकुलिया : जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके चाकुलिया प्रखंड में एक तरफ अम्फान तूफान से हुई फसल बर्बाद से किसान उबर नही पाये थे की अज्ञात बीमारी से किसानों की तैयार गरमा धान नष्ट हो रहा है. इस वर्ष कोरोना वायरस, अम्फान तूफान और धान की बालियों में लग रही अज्ञात बीमारी ने किसानों की कमर तोड़ दी है.पंचायत के धाधिका गांव के किसान सत्यजित पाल ने कहा कि वह किसी तरह अपने दो एकड़ जमीन में गरमा धान की खेती की थी. कहा कि अम्फान तूफान और वर्षा से थोड़ा बहुत फसल को नुकसान पहुंचा था, वह किसी तरह मेहनत कर अपनी फसलों की सुरक्षा की थी. कहा कि गरमा धान में बालियां लगने के बाद जब धान काटने की बारी आयी तो फसल में अज्ञात बीमारी लगने से फसल बर्बाद हो गया. कहा कि बिमारी के कारण आधा से ज्यादा फसल नुकसान हुआ है. कहा कि इस वर्ष वह 14 हजार रुपये खर्च कर गरमा धान की खेती की थी, फसल में अज्ञात बीमारी लगने से उसे भारी नुकसान हुआ है. कहा कि धान की फसल में लगी बालियों को कीड़ा खा रहे हैं, किसान इस बिमारी से काफी परेशान है. कहा कि पंचायत के अन्य किसानों को भी इस अज्ञात बीमारी से भारी नुकसान पहुंचा है.