चाकुलिया : चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड संख्या चार के पुरणापानी गांव में 13 वी वित आयोग योजना से 1.24 करोड़ की लागत से निर्मित नाना-नानी पार्क लोगों के लिए दर्शन की बस्तु बनकर रह गई है.विभागीय पदाधिकारी और जन प्रतिनिधि की उपेक्षा के कारण यह पार्क आज भी अधूरा है.पार्क निर्माण कार्य कर रहे संवेदक पार्क निर्माण कार्य पूर्ण किये बगैर ही छोड़ दिया गया है.करोड़ो की लागत से यह अर्ध निर्मित पार्क नपं क्षेत्र के ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को मुंह चिढ़ा रहा है.वही विभागीय सुदासिनता को उजागर कर रही है यह पार्क,नपं क्षेत्र के ग्रामीण कह रहे हैं कि सरकारी रुपए का दुरुपयोग देखना हो तो आइए चाकुलिया नगर पंचायत के पूर्णापानी गांव. 13 वी वित योजना से निर्मित नाना-नानी पार्क में ना तो बच्चें खेलते नजर आते है और ना ही गांव के ग्रामीण दिखते है,पार्क में जंगली झाड़ियां उग आयी है.
पार्क में लगे पेवर्स ब्लाक (पत्थर ) को चिरकर जंगली झाड़ियां और घास उग आये है.पार्क में अक्सर बकरी और मवेशी को चरते देखा जा सकता है,करोड़ो की लागत से निर्मित यह पार्क शायद मवेशियों के चारागाह के लिए विभाग बनाई है.पार्क देख भाल के अभाव में इन दिनों जंगल में तब्दील हो गया है.पार्क में बच्चें नही मवेशी और सांप बिच्छू का बसैरा बनकर रह गया है.पार्क में लगे उपकरण भी अब धीरे धीरे टूटने लगी है.विदित हो की इस पार्क का निर्माण विगत पांच वर्षो से किया जा रहा हैऔर इसे पूर्ण कराने के लिए विभिन्न राजनितीक पार्टीयों के कार्यकर्ताओं द्वारा कई बार आंदोलन किया गया परंतु अबतक यह पार्क निर्मान आज भी अधुरा पड़ा है.मिली जानकारी के अनुसार विभाग और संवेदक के बीच हुई टेक्निकल फॉल्ट के कारण मामला लटका हुआ है.
जांच कर दोषी पर होगी कार्रवाई : प्रभारी कार्यपालक पदाधिकार
इस संबंध में नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद ओझा ने कहा कि नगर विकास विभाग जांच करने के संबंध में द्वारा पत्र निर्गत है.कहा कि लॉक डाउन होने के कारण विभाग द्वारा जांच नही किया गया है.कहा कि जल्द ही जांच कर रिपोर्ट नगर विकास विभाग को सौंपा जाएगा.उन्होंने कहा कि पार्क निर्माण में हुई विलंब और अन्य बिंदुओं पर जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.