जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची थाने में बुधवार को नरवा कॉलोनी के रहने वाले कृष्णामुखी की संदिग्ध परिस्थितियों में आंतें बाहर आ गई थी. परिजनों ने पुलिस पर कृष्णामुखी को मारपीट करने का आरोप लगाया था. वहीं परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि पिटाई के कारण उसका टांका खुल गया है. जमशेदपुर के एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा कि पुलिस की मार से नहीं उसके अपने कंडीशन से आंत बाहर आया. मामला तूल पकड़ने पर उसे एमजीएम ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसके स्टिच को ठीक किया औऱ रिम्स रेफर किया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मंराडी ने ट्वीट कर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर आपमें थोड़ी भी शर्म है तो उस पुलिस को जेल भेजिए लेकिन आपने ऐसा नहीं किया. उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सरकार आदिवासी-दलित विरोधी सरकार है. बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को कहा कि आदिवासी-दलित विरोधी है और चाहे बरहेट थाने का दारोगा हरीश पाठक हो, दुमका में आदिवासियों के दुश्मन डीएसपी नूर मुस्तफा का मामला या साकची थाने के दलित युवक की पिटाई का मामला है. कोई भी छोटे-बड़े पुलिस वाले पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है. गौरतलब है कि बुधवार को प्रभात कुमार ने शार्प भारत से बातचीत की और बताया कि एसएसपी ने कृष्ण मुखी के साथ किसी भी प्रकार की मारपीट नहीं की है. उन्होंने यह भी कहा वह बीते रात अन्य अफसरों के साथ पूरे शहर में रैश ड्राईविंग के खिलाफ अभियान चला रहे थे. उसी के कृष्णा के भाई कार्तिक मुखी को रैश ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया था.