जमशेदपुर : जमशेदपुर के युवाओं में बढ़ती नशे की लत को लेकर संयुक्त युवा संघ ने जतायी चिंता है. इसे लेकर व शहर को नशामुक्त बनाने की दिशा में कार्रवाई के लिए संघ के लोगों ने केंद्रीय अध्यक्ष रवि सिंह चंदेल के नेतृत्व में एसएसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में कहा गया है कि लौहनगरी जमशेदपुर धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में आ रही है. तीन वर्ष पहले तक केवल ब्राउन शुगर, कोकीन, हेरोइन का नाम सुना जाता था. इसके इक्का-दुक्का मामले ही सामने आते थे। लेकिन हाल के वर्षों में नशा करने वालों के साथ-साथ इसकी तस्करी में भी तेजी आई है। खासकर ब्राउन शुगर की गिरफ्त में युवा तेजी से आ रहे हैं। आंकड़ों पर अगर गौर करें तो तीन वर्ष 2019 से 2021 में जमशेदपुर के 12 थानों में 40 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 69 लोगों को आरोपी बनाकर जेल भेजा गया। आरोपियों की सूची में महिलाएं भी शामिल हैं, जो अति ही गंभीर विषय है। समाज के लिए इसमें सर्वाधिक महिलाएं सीतारामडेरा थाना क्षेत्र की हैं। सीतारामडेरा थाना में तीन वर्षों में कुल 13 मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें 23 पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। कहा गया है कि इतने कम समय में शहर के आधे से ज्यादा थाना क्षेत्रों में इसका जाल फैला हुआ है। संभवतः पहला मामला जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर में चार वर्ष पहले सामने आया था। आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती को इसका हब कहा जाता है। देखा जाये तो वहीं से यह कोल्हान के जिलों में फैला है। इस धंधे में महिलाएं भी शामिल हैं, जिससे आसानी से इसकी तस्करी हो पाती है और अब युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। (नीचे भी पढ़ें)
ज्ञापन में कहा गया है कि झारखंड में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद सरकार ने दो वर्ष पहले पान, गुटका और सिगरेट सहित कई नशीले पदार्थों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अभी भी उपरोक्त नशीले पदार्थों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। लेकिन चोरी-छिपे इसकी बिक्री और इस्तेमाल जारी है। नशा करने वालों के अनुसार कोरोना संक्रमण के दौर में ही तेजी से ब्राउन शुगर का कारोबार और इस्तेमाल बढ़ा है। यदि समय रहते शीघ्र ही नहीं चेते और जागरूक हुए तो आने वाला कल बहुत ही भयावह होगा। हज़ारों मां के सपने बिखरेंगे और युवा वर्ग का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इसके मद्देनजर एसएसपी से आग्रह किया गया है कि युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचायें एवं ठोस कार्रवाई करते हुए शहर को नशा मुक्त बनायें। ज्ञापन सौंपने वालों में धीरज चौधरी, शुभम लाल, उमेश शुक्ला, विशाल पांडेय, विकास सामंत, कुणाल महतो, सुरेश महतो, एशोक, राहुल कुमार, सन्नी गोप, हिमांशु पांडे, ललित कुमार सिंह समेत अन्य शामिल थे.