जमशेदपुर : अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के सदस्य हवलदार राजदेव सिंह जिन्हें उनके कार्यकलाप,अनुशासन, समय की प्रतिबद्धता और समर्पण की वजह से संगठन में भीष्म पितामह का दर्जा प्राप्त था। आज उनका पार्थिव शरीर ब्रह्मानंद अस्पताल से उनके आवास गाराबाशा पहुंचते ही परिवार के सदस्यों के चिला चिला कर रोने की आवाज सुनकर पूरा मुहल्ला गमगीन हो गया। पैतृक रीति रिवाज से पूजा अर्चना के उपरांत उनका पार्थिव शरीर बिष्टुपुर पार्वती घाट के लिए रवाना हुआ। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की तरफ से उन्हें तिरंगा ध्वज प्रदान किया गया। पूरे रास्ते भारत माता की जय, भारतीय सेना जिंदाबाद ,वीर राजदेव सिंह अमर रहें के नारों से पूरा जुगसलाई घोड़ा चौक से पार्वती घाट तक का रास्ता गूंजता रहा। पार्वती घाट में सेना से सेवानिवृत्त तीनों सेना के जांबाज सैनिकों ने बारी-बारी पुष्प चक्र भेंट किए। अंत मे प्रदेश के पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह, डॉ कमल शुक्ला, जिला अध्यक्ष बृज किशोर सिंह व जिला मंत्री दिनेश सिंह ने संयुक्त रूप से पुष्प चक्र समर्पित कर सलामी दिये। उनके बड़े बेटे सत्येंद्र सिंह ने मुखाग्नि दी। साथ में परिवार के समस्त सदस्यों ने अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। (नीचे भी पढ़ें)
चिता जलने के बाद उपस्थित पूर्व सैनिकों ने दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी। इस दौरान राजीव रंजन, अशोक श्रीवास्तव, सतनाम सिंह, अमित कुमार, मुकेश कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, उत्पल सिन्हा, रमेश शर्मा, सिद्धनाथ सिंह, रमेश सिंह, बलजीत सिंह, विजय शंकर पांडे, बरमेश्वर पांडेय, दिलीप सिंह, अनुज सिंह, अभय कुमार सिंह, ओमेंद्र कुमार, श्याम पद दास, विवेक कुमार सिंह, कोमल दुबे, सुनील कुमार मिश्रा, प्रमोद कुमार, नौशाद आलम, जावेद हुसैन, ललन प्रसाद सिंह, सियाराम दुबे, हंसराज सिंह, अनिल कुमार राय, गणेश राव, प्रमोद कुमार, अशोक शर्मा, मनोज ठाकुर, मिथिलेश सिंह, एमपी शर्मा, आशुतोष कुमार सिंह, चंदन सिंह, रितेश सिंह, आशुतोष राय, पंकज कुमार सिंह, राजीव कुमार सिंह, चंद्रमा सिंह, दिलीप कुमार, उपेंद्र प्रसाद सिंह, ललन शाह समेत अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के कई सदस्य उपस्थित थे।