रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई और झामुमो से दुमका से विधायक बसंत सोरेन ने भी चुनाव आयोग से समय ले लिया है. चुनाव आयोग ने रिज्वाइंडर दाखिल करने के लिए समय मांगते हुए आवेदन दिया था. इस आवेदन को स्वीकार करते हुए चुनाव आयोग ने उनको भी अगली सुनवाई के लिए 29 जून की नयी तारीख दी है. उनको भी यह अंतिम तिथि दी गयी है. आपको बता दें कि ऐसे ही मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चुनाव आयोग से समय लिया था, जिसके बाद उनको 28 जून तक का समय दिया गया है. आपको बता दें कि बसंत सोरेन ने दोहरे लाभ के पद के मामले को लेकर हो रही सुनवाई के दौरान संशोधित जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा था. बसंत सोरेन के आग्रह को चुनाव आयोग ने स्वीकार किया था. इस मसले को भाजपा की ओर से शैलेश मोदियाल और कुमार हर्ष ने चुनाव आयोग के समक्ष पक्ष रखा. आपको बता दें कि भाजपा ने पद का दुरुपयोग करने की शिकायत झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से की थी. विधायक बसंत सोरेन के खिलाफ की गयी इस शिकायत को चुनाव आयोग के पास राज्यपाल ने भेजा था, जिमसें यह कहा गया था कि उन्होंने अपने शपथ पत्र में जानकारी नहीं दी थी, जिस कारण उनकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए. इसको लेकर चुनाव आयोग अभी सुनवाई कर रही है. ऐसा ही मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भी दायर है.