रांची : झारखंड के राज्य भर में बढ़ रहे साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए गुरुवार को राज्य के डीजीपी एमवी राव में राज्य के सभी जिलों के वरीय अधिकारियों के साथ साइबर अपराध से जुड़े मामलों को लेकर समीक्षा की. इस दौरान डीजीपी वीडियो कंफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिले के एसपी और एसएसपी के साथ वरीय अधिकारियों के साथ जुड़े और साइबर अपराध से जुड़े 11 बिंदूओं पर रिपोर्ट मांगी. साथ ही सभी थानों में साइबर अपराध से जुड़े मामलों में एफआइआर करने को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान उन्होने राज्य भर में मौजूद साइबर अपराध गिरोह पर शिकंजा कसने की बात कही. समीक्षा बैठक में साइबर अपराधियों द्वारा किस तरह से साइबर अपराध किया गया है, राज्य भर के थानों में लंबित पड़े मामलों औऱ गिरोह से जुड़ी जानकारियों की समीक्षा की गई, साथ ही डीजीपी ने सभी जिलों की पुलिस से पूर्व में जेल जा चुके साइबर अपराधियों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी मांगी है. इस बैठक से राज्य भर में बढ़ रहे साइबर अपराध के मामलों में कमी लायी जा सकती है.
समीक्षा के दौरान डीजीपी एमवी राव द्वारा राज्य के सभी जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों एवं क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षकों से उनके जिलों एवं क्षेत्रों में विगत पांच वर्षो से घटित साइबर अपराध से संबंधित आंकड़े, वर्षवार प्रतिवेदित तथा लंबित कांडों के आकड़ों के विरूद्ध निष्पादित कांडों में समर्पित आरोप पत्रों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया गया. उन्होंने वर्षवार गिरफ्तार साइबर अपराधियों, विभिन्न कांडों में दर्ज प्राथमिकी में वर्णित मोबाइल नंबर और गिरफ्तार साइबर अपराधियों से बरामद सिम कार्डधारकों के नाम-पता का सत्यापन, फर्जी कागजातों के आधार पर निर्गत सिमकार्ड विक्रेताओं एवं सर्विस प्रोवाईडरों के विरूद्ध की गई कार्रवाई के अतिरिक्त राज्य के बाहर घटित साईबर अपराधों में जिले के साईबर अपराधियों की संलिप्तता सहित झारखण्ड ऑनलाइन इन्वेस्टिगेशन को-ऑपरेशन रिक्वेस्ट प्लेटफॉर्म में प्राप्त अनुरोधों की संख्या के विरूद्ध निष्पादित एवं लंबित काण्डों तथा वर्ष 2016 से अब तक के सजा प्राप्त साइबर अपराधियों की संख्या के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की एवं साईबर अपराध को नियंत्रित करने तथा साइबर अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये. इस बैठक के दौरान एडीजी अनिल पालटा, आइजी नवीन कुमार सिंह, आइजी साकेत कुमार सिंह, डीआइजी अखिलेश झा, पुलिस उप-महानिरीक्षक तथा एसपी अपराध अनुसंधान विभाग अंजनी कुमार झा ने भाग लिया.