रांची : झारखंड की राजधानी रांची में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर से करोड़ों रुपये के नगद की बरामदगी के बाद जांच की जा रही है. इसकी जांच में अब तक 30 करोड़ रुपये गिने जा चुके है. लेकिन अभी भी नोटों की गिनती चल रही है. इडी की टीम इसके अलावा रांची के कई ठिकानों पर छापामारी की है. बताया जाता है कि इडी ने करीब 10 हजार रुपये की रिश्वत के मामले की जांच की तो उसकी जांच के दौरान ही यह नोटों का पहाड़ मिल गया. इडी ने पिछले दिनों चीफ इंजीनियर बिरेंद्र राम को कड़ा था, जिसमें रिश्वत की रकम मंत्री आलमगीर आलम तक पहुंचाने की बात कहीं गयी थी. (नीचे भी पढ़ें और देखें वीडियो)
पहली बार यह मामला सामने आया था. छापामारी के दौरान इडी को भी शायद यह अंदाजा नहीं होगा कि जिस नौकर की सैलेरी 15 हजार रुपये है, उसके घर नोटों का अंबार मिल जायेगा. दूसरी ओर, यह मुद्दा गर्मा गया है. इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के नबरंगपुर में एक चुनावी सभा के दौरान हमला किया और कहा कि आज पड़ोसी राज्य झारखंड में फिर से नोटों का पहाड़ मिला है. (नीचे भी पढ़ें और देखें वीडियो)
लोग कह रहे हैं कि चोरी हो गया और माल पकड़ रहा मोदी वहां, अब आप ही बताइये, यदि मैं उनकी चोरी रोकुंगा, उनकी आमदनी बंद कर देंगे, उनकी लूट बंद कर देंगे तो वे मोदी को गाली नहीं देंगे तो और क्या करेंगे. पीएम ने चुनावी सभा में कह ाकि क्या गालियों के बावजूद मुझे यह काम करना चाहिए. क्या मुझे आपसे पैसों की रक्षा नहीं करनी चाहिए. दूसरी ओर, इस मामले में खुद आलमगीर आलम सामने आये है. उन्होंने कहा है कि उनके निजी सहायक जरूर है. निजी सहायक पहले भी वे अन्य लोगों के रह चुके है. लिहाजा, पैसे किसके है, कहां से आया है, वह वे जवाब देंगे. लेकिन हम पर आरोप लगाना गलत है.