रांची: झारखंड हाई कोर्ट में रेमडेसिवीर कालाबाजारी मामले में मुख्य न्यायधीश डॉ रवि रंजन व सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की. इस दौरान अदालत ने मौखिक रुप में कहा कि जब एसपी ने खुद रेमडेसिवीर खरीदी, क्या वो आरोपी को संरक्षण नहीं दे रहे थे. ऐसा नहीं माना जाए कि वे भी इस मामले में संलिप्त है. अदालत ने कहा कि मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि समाजसेवा के लिए भी कालाबाजारी करना कालाबाजारी का समर्थन करना है. अदालत ने कहा कि एसपी ने पुलिस पदाधिकारी रहने के बावजूद उन्होने इस मामले में किसी तरह की शिकायत नही की, इसको यह समझा जाए कि आप प्राइवेट अस्पताल को किसी न किसी तरह बचाना चाह रहे है. ऐसे तो लगता है कि इस मामले की जांच रिम्स की ओर मोड़ दिया गया है. इस मामले में राज्य सरकार के द्वारा अदालत के समक्ष अब तक की जांच से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट अदालत को सौंपी. इसके बाद अदालत ने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद ही इस मामले में अगले सप्ताह में सुनवाई होगी. विदित हो कि झारखंड राज्य में रेमडेसिवीर व अन्य महत्वपूर्ण दवाइयों की कालाबाजारी की खबरों पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. झारखण्ड हाईकोर्ट लगातार इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहा है और इस मामले में सुनवाई के दौरान अदालत में कई बार नाराजगी जाहिर की है.