रांची : वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है. वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन अंतिम समय में लगातार बिल की निकासी होती रहती है. इसको मार्च लूट का नाम दिया जाता है. इसको लेकर सरकारी महकमा सतर्क है. इसको लेकर सरकारी विभागों में हलचल तेज हो चुका है. इस कड़ी में झारखंड में वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 मार्च को काफी विपत्र रिलीज हो सकते है. इसको देखते हुए राज्य सरकार के विशेष सचिव दीप्ति जयराज ने सभी उपायुक्त, सभी कोषागार और उपकोषागार पदाधिकारी को एक पत्र भेजा है. इस पत्र में कहा गया है कि पूर्ववर्ती वर्षों के निकासी पैटर्न के अध्ययन से यह स्पष्ट हो रहा है कि माह मार्च केक अंतिम दिन राज्य कोषागारों में काफी अधिक संख्या में विपत्र प्राप्त होते है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति और अंतिम दिन होने के कारण विपत्रों को पारित करने की बाध्यता रहती है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि 31 मार्च 2021 के रात 11 बजे तक एसएफटीपी सर्वर से प्राप्त हुए इ-पेमेंट से संबंधित फाइल्स का ही भुगतान संभव हो पायेगा और इस अवधि के बाद रात 11 बजे से मध्य रात्रि 12 बजे तक प्राप्त होने वाले इ-पेमेंट फाइल्स को एरर कोड के साथ वापस कर दिया जायेगा. इसके आलोक में उन्होंने कहा है कि 31 मार्च को दोपहर तीन बजे तक ही विपत्र प्राप्त किया जाये. इसके बाद प्राप्त सभी विपत्रों को नियमानुसार निष्पादन करते हुए रात 10 बजे तक इ-पेमेंट फाइल्स तैयार कर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अग्रसारित करना सुनिश्चत करें. 31 मार्च को सभी कोषागार और संबंधित बैंकों की शाखाएं रात 10 बजे तक खुली रखी जाये.
jharkhand-treasury-news-झारखंड के कोषागारों में मध्य रात्रि तक पारित नहीं होगा बिल, रात दस बजे से बंद हो जायेगा बिल पास होने की कार्रवाई, ”मार्च लूट” को लेकर प्रशासन सतर्क
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