जमशेदपुर : जिला समेत राज्य भर के 203 कस्तूबरा गांधी बालिका विद्यालयों की शिक्षिकाओं व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने गुरुवार को संबंधित जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीएसई कम डीपीओ) कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. इस कड़ी में जिले के कस्तूरबा विद्यालयों की शिक्षिकाओं व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने भी अपनी पांच सूत्री मांगों के समर्थन में धातकीडीह स्थित डीएसई कम डीपीओ कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को छोड़ कर सभी कर्मियों के वेतन/मानदेय में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि की गयी है.
उन्होंने कहा कि कस्तूरबा विद्यालयों के मैट्रिक व इंटर में 90 से 100 प्रतिशत तक रिजल्ट देने के बावजूद तीन साल से मामदेय में किसी तरह की वृद्धि नहीं की गयी है. 24 घंटे काम करने के बावजूद विद्यालय के कर्मियों को भविष्य निधि का लाभ नहीं मिल रहा है. कर्मचारियों के साथ कोई आकस्मिक घटना हो जाने पर किसी तरह का मुआवजा नहीं दिया जाता है. उन्होंने बताया कि वे सेवा नियमिति करण अथवा समायोजन 50 प्रतिशत वेतन वृद्धि व तीन प्रतिशत वार्षिक परिलब्धि, ग्रुप बीमा, ईपीएफ कटौता की सुविधा तथा कस्तूरबा विद्यालयों की नियमावली बनाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने पर वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे. धरना-प्रदर्शन में अंजना कुमारी, मालती लागुरी, सुमित्रा मांडी, गुरुवारी मार्डी, विनीता बिरुआ, समापिका घोष, मिठू सेठ, उमा कुंडू, रूमा हालदार, ज्योति कुमारी, रजनी मुर्मू, चंपा बेसरा, अनिता मुर्मू व अन्य शामिल थे.