आदित्यपुर: सरायकेला- खरसावां जिले में पिछले एक साल के भीतर 200 से भी अधिक सड़क दुर्घटनाएं और इतने ही लोगों की दुर्घटनाओं में मौत के बाद अब जिले के बुद्धिजीवियों ने सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रविवार को जन कल्याण मोर्चा आदित्यपुर अधिवक्ता संघ के साथ झारखंड लीगल एडवाइजरी डेवलपमेंट के सदस्यों ने आदित्यपुर स्थित पटेल चौक के समीप यातायात जागरूकता अभियान की शुरुआत की. उन्होंने सरकार और प्रशासन से सड़क पर पर्याप्त सुरक्षा के अलावा लाइट एवं सड़कों पर लगने वाले जाम से मुक्ति दिलाने की मांग की.
जनकल्याण मोर्चा के संरक्षक ओमप्रकाश ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही सरकार और जिला प्रशासन इस दिशा में ठोस पहल नहीं करती है, तो मोर्चा उग्र आंदोलन को बाध्य हो जाएगा. आपको बता दें, कि टाटा- कांड्रा सरायकेला एक्सप्रेसवे और आदित्यपुर पुल जन कल्याण मोर्चा के संघर्षों की ही देन है. एक बार फिर से हर दिन हो रहे सड़क दुर्घटनाओं पर जन कल्याण मोर्चा ने आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. वहीं इस अभियान को समर्थन दे रहे चिकित्सकों ने भी सड़क सुरक्षा को बेहद अहम बताया.
प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर अशोक कुमार ने सड़क पर होने वाले दुर्घटना के बाद मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जाम मुक्त सड़क जरूरी बताया. उन्होंने बताया, कि अगर हर्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज या आकस्मिक दुर्घटना के मरीजों को समय पर चिकित्सकीय सुविधा मिल जाए तो उनका जान बचाना बहुत हद तक संभव हो पाता है. बहरहाल लगातार हो रहे सड़क दुर्घटनाओं में मौत के बाद सरायकेला जिले के सामाजिक संगठन अब सड़क पर उतर चुके हैं.