सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के बीहड़-दुर्गम इलाके के लोगों के लिए खुशखबरी है. जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों के साथ नक्सल प्रभावित इलाके के 24 जगहों पर बीएसएनएल को मोबाइल टॉवर लगाने की एनओसी दे दी गई है. जिले के कुचाई प्रखंड के पुनीसीर, गोमियाडीह, कोर्रा, कुदाडीह, बुरुहातु, कोरवाडीह, हतनाबेड़ा, अतरा, डॉगिल, लुदुबेड़ा, कोमाय और बाउगुटू में जमीन आवंटित किया गया है. इसी क्रम में सरायकेला के काशीदा, खरसावां के हरिभंजा और, रयजामा में चांडिल के मुटुदा, बारसीरा, डीमुडीह और तनिसोया में ईचागढ़ के चमदा (उदल), नीमडीह के बाड़ेदा, गम्हरिया के रापचा, जंगलीखास और शारदाबेड़ा में जमीन बीएसएनएल को उपलब्ध करा दिया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
जमीन से संबंधित सारी प्रक्रिया पूरी कर सभी संबंधित अंचल अधिकारियों ने एनओसी दे दी है एक स्थान प्रतिबंधित वन भूमि होने के कारण वन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं प्राप्त हुआ है हालांकि जिला स्तर पर किसी तरह का कोई आपत्ति नहीं है. बता दें कि पिछले दिनों जिले में संपन्न हुए “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम के दौरान जिले के उपायुक्त खुद दुर्गम स्थानों पर लगे शिविरों में शामिल हुए थे. जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्याओं से उपायुक्त अवगत हुए थे. उन्होंने भरोसा दिलाया था, कि जल्द ही ऐसे दुर्गम स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति प्रदान की जाएगी. इस बीच झारखंड टेलीकॉम अंचल बीएसएनल रांची द्वारा जिले के दुर्गम स्थलों में मोबाइल टावर लगाने की अनुमति मांगी गई थी. जिसे उपायुक्त ने तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दी है. अब वैसे दुर्गम स्थानों के लोगों को नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या नहीं होगी.