जमशेदपुर : पिछले शनिवार (27 जून) की रात गोलमुरी थाना प्रभारी द्वारा स्थानीय इन्कैब कंपनी में रात्रि ड्यूटी पर तैनात ओबिडिएंट सर्विसेज के सुरक्षाकर्मियों की पिटाई का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले में सोमवार को भुक्तभोगी सिक्यूरिटी सुपरवाइजर अंगद महतो समेत अन्य सुरक्षाकर्मी उपायुक्त से मिले. इस दौरान उन्होंने घटना की जानकारी देते हुए लिखित शिकायत की है. साथ ही थाना प्रभारी के साथ आये कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कलाई घड़ी की छिनतई समेत कंपनी से एल्यूमिनियन तार वगैरह उठा कर ले जाने की शिकायत की गयी है. अंगद महतो ने बताया है कि वह और दीना सिंह, गुरदीप सिंह इत्यादि, जो ओबिडिएंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा, जो लिक्विडेटर द्वारा नियुक्त सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत हैं, पिछले 27 जून की रात करीब 11.00 बजे कम्पनी के मेन गेट पर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे और हमारे अन्य सुरक्षा कर्मी कम्पनी के अंदर राउंड पर थे. इसी बीच गोलमुरी थाना की गाड़ी मेन गेट के सामने आयी और गेट खोलने के लिए कहा. तब हमने कहा कि रात का समय है, हमारे अन्य सुरक्षाकर्मी राउंड पर हैं. उनके लौटने तक आप कृपया इंतजार करें, जब तक हमारे अन्य सुरक्षा कर्मी लौट कर मेन गेट पर वापस आते तब तक थाना प्रभारी रणविजय शर्मा अपनी गाड़ी से मेन गेट पर कुछ अन्य पुलिस कर्मियों के साथ आये और आते ही असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए गेट को खोलने का दबाव बनाने लगे. उनके दबाव में आकर मैंने कम्पनी का गेट को खोल दिया. इसके बाद गेट के अंदर प्रवेश करते ही वे गाली-गलौज करते हुए डंडे से ताबड़तोड़ पीटने लगे. उनके साथ कुछ बाहरी असामाजिक तत्व भी कम्पनी के अंदर प्रवेश कर गए, जब उनसे अपना गुनाह पूछा तो वे गाली देते हुए बोलने लगे कि तुमलोग सब चोर हो, और डंडा बरसाते रहे. उनके डंडे के प्रहार से हमारे सुरक्षा कर्मी दीना सिंह का सिर फट गया, जिससे वे जमीन पर गिर पड़े. इस बीच राउंड पर गये सारे सुरक्षाकर्मी आ गए. हम सभी का उन लोगों ने मोबाइल फोन छीन लिया और पुलिस के लोग और असामाजिक तत्व, जो उनके साथ आये थे, ने हमारे सुरक्षाकर्मियों को कंपनी परिसर के अंदर डंडों और लोहे के रॉड से दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे. इसमें हमारे सुरक्षा कर्मी गुरदीप सिंह, अंगद महतो, अमन आदि को गंभीर रूप से चोट लगी है.
मारने के दरम्यान थाना प्रभारी, असामाजिक तत्व राहुल सिंह तोमर और रोहित सिंह को ललकारते हुए मारने को कह रहे थे. थाना प्रभारी का आदेश पाते ही दोनों बाहरी व्यक्तियों ने हमारे सुरक्षा कर्मियों को गिरा-गिरा कर पीटना शुरू कर दिया. पीटते समय राहुल सिंह तोमर ने हमारी हाथ घड़ी झपट ली, चश्मा भी तोड़ दिया और जब्त किये मोबाइल फोन भी पटक कर तोड़ दिये. कंपनी परिसर से बाहर निकलते समय राहुल सिंह तोमर और रोहित सिंह अपने साथ कंपनी के बहुमूल्य सामानों में कॉपर व एल्युमिनियम की छड़ें भी ले गये, जिनकी कीमत लगभग बीस से पच्चीस हजार रुपये होगी. तदुपरांत जो हमारे सिक्युरिटी इन चार्ड अजितेश सिंह उज्जैन को हमने सूचना दी तो वे भी वहां पहुंच गये. खून से लथपथ देख कर पुलिस कर्मी गंभीर रूप से जख्मी सुरक्षा कर्मी दीना सिंह को स्थानीय टिनप्लेट अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ले गये, जहां प्राथमिक उपचार के बाद माननीय थाना प्रभारी ने धमकाते हुए दीना सिंह को किसी के पूछने पर चोर द्वारा पत्थर से मारे जाने की बात बताने को कह कर छोड़ दिया. इधर, गंभीर चोट लगी होने के कारण हमारा एमजीएम अस्पताल में इलाज कराया गया. दीना सिंह एवं सुखवीर सिंह को सिर पर चोट लगी है. इस तरह की घटना एक जिम्मेवार पुलिस ऑफिसर रणविजय शर्मा एवं चोर गिरोह के सरगना रोहित सिंह, राहुल सिंह तोमर एवं सिपाहियों के द्वारा हमला किये जाने और आसामाजिक तत्वों द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस कर मारपीट कर जानलेवा हमला करना एवं घड़ी, मोबाइल जबरन छीननेवाले के विरुद्ध कार्रवाई की जाये और इनके आतंक एवं ऐसी घटना से हमारा जीना और जीविकोपार्जन करना मुश्किल हो जायेगा. सुरक्षाकर्मियों ने उपायुक्त से अपने स्तर से इस घटना की जांच कर दोषी रणविजय शर्मा, राहुल सिंह तोमर, रोहित सिंह एवं उपस्थित सिपाहियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. शिकायत पत्र की प्रतिलिपि कोल्हान डीआईजी व जिले के एसएसपी को भी प्रेषित की गयी है.