रामगोपाल जेना/चाईबासा: चाईबासा एवं आसपास के ग्रामीण बहुल क्षेत्रों में गुप्त रूप से भारी पैमाने पर तंबाकू उत्पाद रजनीगंधा-तुलसी, गुटखा खैनी आदि की बिक्री की जा रही है. वहीं मजेदार बात यह है कि प्रतिबंधित तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लाभ से मन नहीं भरने पर अवैध तंबाकू कारोबारी नकली गुटखा एवं जर्दा भी बेच दे रहे है. उक्त बातें आंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया के सिंहभूम लोकसभा प्रभारी सह युवा नेता रामहरि गोप ने कही. वर्तमान में प्रतिबंधित गुटखा उत्पादों जैसे रजनीगंधा तुलसी गुटखा आदि के मूल्यों में अंकित मूल्य से भी अधिक वसूला जा रहा है.(नीचे भी पढ़े)
रजनीगंधा तुलसी के पाउच के डिब्बे में 250 रुपए अतिरिक्त वसूला जा रहा है. पूर्व में अवैध गुटखा के कारोबार में जेल जाने वाले तथा वर्तमान में नए लोग इस धंधे में कूद चुके हैं. उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे लोगों के कारण मुंह के कैंसर के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. तंबाकू आदि खाकर जहां-तहां थूकने वालों के कारण चौक चौराहों के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों में भी गंदगी फैल रही है. वहीं दूसरी ओर प्रत्येक दूसरे तीसरे दिन उड़ीसा से ट्रक व यात्री बस के माध्यम से अवैध गुटखा चाईबासा पहुंच रहा है. विदित हो कि हाल के दिनों में गुटखा, खैनी, तंबाकू आदि के बड़े कारोबारियों के यहां जांच छापामारी आदि नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है. (नीचे भी पढ़े)
एक अनुमान के मुताबिक चाईबासा एवं आसपास के क्षेत्रों में प्रतिबंधित गुटखा एवं खैनी का प्रतिदिन 15 लाख का कारोबार हो रहा है. अवैध तंबाकू के थोक कारोबारियों के ऊपर प्रशासन क्यों हाथ नहीं डाल रहा है. यह जांच का विषय है. मात्र खानापूर्ति के लिए स्कूल कॉलेजों में जन जागरूकता कार्यक्रम एवं छोटे-मोटे पान गुमटी वालों के यहां औचक निरीक्षण कर इतिश्री कर ली जा रही है.