संतोष वर्मा
Chaibasa : झारखंड विधानसभा की दूसरे चरण में पश्चिमी सिंहभूम जिले की चाईबासा विधानसभा सीट पर 7 दिसंबर को होने वाले मतदान को लेकर प्रत्याशियों का चुनावी दौरा तेज हो गया है. इस सीट पर चुनाव में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टी के प्रत्याशियों के बीच आमने-सामने की लड़ाई को झाविमो की चांदमुनि बालमुचू त्रिकोणीय मुकाबला बनाने में जुट गई हैं. चाईबासा विधानसभा सीट से कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें भाजपा से जेबी तुबिद, झामुमो से दीपक बिरूवा, झाविमो से चांदमुनि बालमूचू, जदयू से विमल सुबंरूई, तृणमूल कांग्रेस से तुराम बिरूली, बसपा से मेवालाल होनहागा, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया से नितिन रोशन एक्का, आप से पुष्पा संवेया, भारतीय आजाद सेना से बुधन बारी, अंबेडकराईट पार्टी से मानकी संवेया, निर्दलीय के रूप में पुष्पा सिकू, बेस बुडिउली और मंगल सिंह सुंडी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. चाईबासा विधानसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनाव की तरह इस विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के जेबी तुबिद और झामुमो के दीपक बिरूवा के बीच आमने-सामने की लड़ाई है. इस चुनाव में दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. एक ओर जहां झामुमो के प्रत्याशी दीपक बिरूवा पुनः अपनी जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाने की जुगाड़ में जुटे हैं. वहीं दूसरी ओर वर्ष 2014 के चुनाव में झामुमो प्रत्याशी से पराजित हुए भाजपा के प्रत्याशी जेबी तुबिद को 2019 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने की चुनौती है. भाजपा नेतृत्व में काफी विचार विमर्श करने के बाद अंतिम क्षणों में जेबी तुबिद पर भरोसा जताते हुए पार्टी से टिकट दिया है. उस साख को भाजपा प्रत्याशी को बचाना है. विधानसभा चुनाव 2014 में झामुमो प्रत्याशी को 68,801 मत और भाजपा प्रत्याशी जेबी तुबिद को 34,088 मत मिले थे. उस चुनाव में झामुमो प्रत्याशी दीपक बिरूवा ने भाजपा प्रत्याशी को 34,713 वोट से पीछे छोड़ दिया था. इस चुनाव में जेबी तुबिद को उसमत का भरपाई करना है और दीपक बिरूवा को अपना मत बचाए रखना है. वर्ष 2014 के चुनाव में 12 प्रत्याशी मैदान में थे जबकि इस बार 13 प्रत्याशी मैदान में है. आमने-सामने की लड़ाई में झाविमो प्रत्याशी चांदमुनि बालमुचू, जदयू प्रत्याशी विमल सुबरूई, निर्दलीय प्रत्याशी पुष्पा सिंकू त्रिकोणीय बनाने में जुटे हुए हैं. चुनाव मैदान में अपनी किस्तम आजमा रहे अन्य प्रत्याशी भी उलट फेर में लगे हुए हैं. यह चुनाव कई मायनों में दिलचस्प होने वाला है. यह सीट भाजपा और झामुमो गठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है. सभी प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है. चाईबासा विधानसभा चुनाव में भाजपा और झामुमो के बीच जीत सुनिश्चित करने के लिए शह और मात का खेल जारी है. दोनों दल के प्रत्याशी वोटर को आकर्षित करने में जुटे हुए है. भाजपा प्रत्याशी जे बी तुबिद जहां सरकार की उपलब्धियों को गिनाने में जुटे हुए है, वहीं दीपक बिरूवा सरकार की नाकामियों को गिना रहे हैं. दोनों का यह चुनावी खेल जनता को समझाने और रिझाने में कहां तक सफल होगा, यह तो मतगणना के बाद पता चलेगा. लेकिन मतदान और मतगणना से पहले दोनों चुनावी समर में हर दांव पेज आजमाने से बाज नहीं आऐंगे. दीपक बिरूवा को तीन लगातार चुनाव हारने और दो चुनाव जीतने का अनुभव है. यह उनका छठा चुनाव है. वहीं जेबी तुबिद को अपने आईएएस के कार्यकाल में कई चुनाव कराने और एक चुनाव में पराजय का अनुभव है. यह उनका दूसरा चुनाव है. पिछले चुनाव से उन्होने काफी कुछ सीखा है. लगातार वे क्षेत्र में काम कर जनता के संपर्क में बने हुए हैं. वहीं दूसरी ओर दीपक बिरूवा सरल, सुलभ रूप में उपलब्ध रहने के लिए जाने जाते है. दोनों के अपने-अपने काम करने के तरीके को जनता कितना पसंद करती है, यह तो समय ही बतायेगा.