जमशेदपुर : टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि टाटा स्टील का देश में विस्तार होगा, लेकिन इसका विस्तार जमशेदपुर में संभव नहीं है. इसकी वजह है कि जमशेदपुर शहर के बीचोबीच यह कंपनी है. इसको विस्तार करने के बजाय टाटा स्टील अपने से जुड़ी कंपनी टिनप्लेट, जेमको, टीएसडीपीएल, टाटा स्टील गम्हरिया का विस्तार करेगी. यह बातें श्री नरेंद्रन ने कोल्हान की सबसे बड़ी औद्योगिक और व्यवसायिक संस्था सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. वे मंगलवार को व्यापारियों और उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने स्वागत भाषण दिया जबकि संचालन महासचिव मानव केडिया ने किया. कार्यक्रम के दौरान कंपनी के एमडी के पीइओ देवाशीष चैधरी, चीफ प्रोक्योरमेंट रंजन कुमार सिन्हा समेत अन्य लोग मौजूद थे. इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता राजीव अग्रवाल ने किया. (नीचे भी पढ़ें)
टाटा स्टील के साथ एमएसएमइ का भी हो विस्तार, सब आगे आये
अपने संबोधन में टाटा स्टील के एमडी ने कहा कि टाटा स्टील के रिश्ते चेम्बर के साथ लगातार मजबूत हो रही हैं. इससे औद्योगिक विकास अवश्य होगा. टाटा स्टील को आगे बढ़ाने में यहां के मजदूरों ने काफी त्याग किये हैं. यह एक मल्टी जेनेरेशन कंपनी है. टाटा वर्कर्स यूनियन और टाटा स्टील के अच्छे रिश्ते टाटा स्टील को आगे बढ़ाने में मदद करती रही है. हमें आज वैश्विक और डिफरेंट माहौल में काम करना पड़ता है. पूरे विश्व में चीन सबसे बड़ी स्टील उत्पादक देश है और हम अभी दूसरे नंबर पर हैं. स्टील के क्षेत्र में काफी तुलनात्मक माहौल है इसलिए स्टील के दर पर ध्यान देते हुए हम आगे बढ़ना पड़ रहा है. हमें बैलेंस बनाकर काम करना पड़ता है. हम अपने शेयर होल्डर्स के प्रति भी जवाबदेह हैं. ऐसे समय में हमें अपने वेंडर्स से किफायती दर पर गुणवत्तापूर्ण सामनों और सर्विस की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व में सबसे उभरती अर्थव्यवस्था है. पिछले दो-तीन वर्षों के दौरान देश में आधारभूत संरचना में तेजी से वृद्धि हुई है जिससे टाटा स्टील के द्वारा स्टील आपूर्ति में भी वृद्धि हो रही है. श्री नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील कंपनी घनी आबादी के बीच में अवस्थित जो दुनिया में कहीं भी कोई भी स्टील कंपनी नहीं है इसलिए यहां बहुत ज्यादा एक्पेंशन करना संभव नहीं है. इसे देखते हुए टाटा स्टील को उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में जमशेदपुर के बाहर भी प्रयासरत है जिसमें कलिंगानगर प्लांट महत्वपूर्ण है. बड़ी कंपनियो की रीढ़ एमएसएमई ईकाईयों होती है और इनकी गुणवत्ता पर ही बड़ी कंपनियां चलती है. टाटा स्टील एक बड़ी कंपनी है. इसकी रीढ़ भी एमएसएमई ईकाईयां हैं. एमएसएमई के क्षेत्र में जमशेदपुर एक महत्वपूर्ण स्थान रखना है यहां की एमएसएमई ईकाईयों को अपनी गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा. हम वैश्विक स्तर पर भी इसके लिये बाजार तलाश सकते हैं. उन्होंने कहा चीन पिछले तीस-चालीस सालों में तेजी से उभरा है अब अगले 30 साल भारत के लिये महत्वपूर्ण है. (नीचे भी पढ़ें)
सेंटेनेरी मॉल जल्द शुरू होगा : चाणक्य चौधरी
टाटा स्टील के वीपी कारपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सेंटेनेरी मॉल जल्द शुरू होगा. चाणक्य चैधरी ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि चेम्बर समय-समय पर हमें सुझाव देते भेजती है इसके लिये चेम्बर एवं इसके पदाधिकारीगण धन्यवाद के पात्र हैं. इससे टाटा स्टील को जमशेदपुर के विकास में कार्य करने में आसानी होती है. उन्होंने कहा कि टीएमएच काफी बड़ा है जहां अभी लगभग 1000 बेड्स मरीजों के लिये उपलब्ध है. इसे और बढ़ाया जा रहा है. कुछ दिनों में टीएमएच में दो नये भवन और बनकर तैयार हो जायेंगे. स्पेशिलिस्ट डाक्टरों को बुलाकर वर्कशॉप की व्यवस्था की गई है. देश के दूसरे मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के साथ भी टाईअप कर मरीजों को अच्छी व्यवस्था उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है. धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के लिये केन्द्र और राज्य सरकार दोनों से टाटा स्टील लगातार संपर्क में है. अभी कॉमर्शियल हवाई जहाज कोलकाता, भुवनेश्वर के लिये संचालित हो रहा है. सड़क सुरक्षा के लिए यहां के लोगों को अपने स्वभाव में बदलाव लाना होगा और एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने आप को ढालना होगा. रोड विकसित होने पर गाड़ियों की स्पीड भी बढ़ जाती है, हमें गलत साइड से ड्राइव करने की आदत को सुधारना होगा. इस मौके पर चेम्बर पदाधिकारियों में से उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव भरत मकानी, अंशुल रिंगसिया, विनोद शर्मा, सुरेश शर्मा लिपु, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार रिंगसिया एवं अन्य विभिन्न व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने टाटा स्टील के अधिकारियों को सम्मानित किया. (नीचे भी पढ़ें)
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्षगण मुरलीधर केडिया, जीआर गोलछा, एके श्रीवास्तव, निर्मल काबरा, अशोक भालोटिया, रमेश अग्रवाल, राज पारीख, रोहित बुधिया, बीएन दिक्षीत, विक्रम लोधा, दीपक भालोटिया, उमेश खीरवाल, मनीष केडिया, सतीश सिंह, मोहित मूनका, सुभाष राहिला, प्रदीप बिदेसरिया, बीएन हाजरा, पीयूष गोयल, अंकित कुमार, बीएस बजाज, आर.के. अगवाल, ओमप्रकाश मूनका, गोविन्द अग्रवाल, चन्दन डे, दविन्द्र अग्रवाल, पीयूष चूड़ीवालाल, प्रतीक अग्रवाल, प्रीतम जैन, श्रवण देबुका, दीपक चेतानी, सौरव संघी सन्नी, नवलकिशोर वर्णवाल, भरत वसानी, कुशल गोलछा, सुमीत मेहता, नीरज गोलछा, बजरंग अग्रवाल, बिमल मुरारका, विकास लोधा, रिशभ चेतानी, बबलू अग्रवाल, आदर्श रिंगसिया, जवाहर विग, केके शर्मा, अभिषेक काबरा, राहित काबरा, विष्णु गोयल, अमन खेमका, ओपी ईनानी, चेतन गर्ग, अमित खंडेलवाल, संजय शर्मा, सांवरमल शर्मा, आनंद चैधरी, मनोज चैधरी के अलावा विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.