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tata-steel-1st-vp-meets-union-टाटा स्टील में महिला अधिकारियों व महिला कर्मचारियों की बहाली होगी, महिलाओं की संख्या बढ़ायेगी कंपनी, टाटा स्टील की पहली महिला वीपी एचआरएम अतरई सरकार ने यूनियन के साथ की पहली औपचारिक बैठक में किया खुलासा, जानें क्या होगी प्राथमिकताएं

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जमशेदपुर : टाटा स्टील में महिला अधिकारियों और महिला कर्मचारियों की बहाली होगी. बहालियों के जरिये महिलाओं की संख्या को कंपनी बढ़ायेगी. यह बातें टाटा स्टील की पहली महिला वीपी एचआरएम अतरई सरकार ने कहीं. श्रीमति सरकार बुधवार को टाटा स्टील की अधीकृत यूनियन टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों से मिलने के लिए टाटा वर्कर्स यूनियन पहुंची. यह पहली औपचारिक मुलाकात बतौर वीपी एचआरएम अतरई सरकार ने यूनियन के पदाधिकारियों से की. इस मौके पर यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय समेत तमाम पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया. काली साड़ी पहनी अतरई सरकार ने सबसे पहले यूनियन आकर सबका अभिवादन स्वीकार करने के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन के भूतपूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय वीजी गोपाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद यूनियन के मीटिंग कक्ष में सारे पदाधिकारियों के साथ बैठक की. यह वीपी एचआरएम के तौर पर उनका परिचायात्मक मीटिंग रही, जिसमें वीपी एचआरएम अतरई सरकार ने अपना परिचय दिया. अतरई सरकार ने कहा कि उनकी प्राथमिकता होगी कि लैंगिक तौर पर कंपनी में समानता लायी जाये, जिसके लिए महिलाओं की बहाली और उनके पदस्थापन पर प्राथमिकता होगी. (नीचे पढ़े और खबरे वीपी एचआरएम की)

अब ये बातें नहीं रहेगी कि वह काम ऐसा है, जिसमें महिला काम नहीं कर सकती है. सारे काम में महिलाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिस कारण महिलाओं की बहाली को ही प्राथमिकता दी जायेगी. अतरई सरकार ने कहा कि वे चाहती है कि यूनियन इसमें सहयोग करें और वर्किंग-टूगेदर का जो कांसेप्ट है, उसको और मजबूत किया जायेगा और यूनियन के साथ मिलकर मैनेजमेंट काम करती रहेगी. आपको बता दें कि वीपी एचआरएम का पद टाटा स्टील ही नहीं सारे कंपनियों में महत्वपूर्ण होता है, जिसके माध्यम से बहालियां होती है, अधिकारियों और कर्मचारियों का पदस्थापन का जिम्मेदारी होती है तो वेतन समेत तमाम चीजों के निर्धारण का काम भी एचआरएम के अधिकारी ही करते है, ऐसे में इतने महत्वपूर्ण पद पर महिला को पदस्थापित करना भी टाटा स्टील के लिए मील का पत्थर साबित होता नजर आ रहा है. यूनियन में खुद वीपी एचआरएम अतरई सरकार ने भी कहा कि वे चाहती है कि महिलाओं को आगे लाया जाये और रोजगार के संसाधन भी टाटा स्टील उपलब्ध कराते रहे और सेफ के साथ ही च्वाइस ऑफ वर्किंग प्लेस के रुप में टाटा स्टील को विकसित किया जाये ताकि लोग इसमें काम करने के लिए सपना देखें कि टाटा स्टील में बहाली हो तो अच्छा हो. अभी भी टाटा स्टील एक बेहतर वर्किंग प्लेस माना जाता है, लेकिन इसको और ज्यादा मजबूत किया जाये, जिसके लिए कोशिशें की जा रही है. अतरई सरकार जमशेदपुर में ही जन्मी और पली-बढ़ी है. इस कारण उनके दिल में जमशेदपुर बसता है, जिसका खुलासा भी अतरई सरकार ने यूनियन के साथ हुई मीटिंग में की और बताया कि बतौर एचआरएम वे चाहेंगी कि जमशेदपुर को और बेहतर बनायी जाये और एक मजबूत वर्क फोर्स तैयार किया जाये जो दुनिया के तकनीक के साथ मिलकर काम कर सके. तकनीक के साथ किस तरह मानव का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है, इस पर भी काम किया जायेगा. इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने कई सारे सवाल जवाब भी किये.

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