रांची : झारखंड के रांची और पलामू समेत अन्य जिले में सक्रिय रहने वाले दुर्दांत अपराधी डबलू सिंह को आतंकी रोधी टीम (एटीएस) की टीम ने रांची से धर दबोचा है. हालांकि, अब तक एटीएस खुद इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. उसके पास से एक एके 47 रायफल भी बरामद किया गया है. बताया जाता है कि एटीएस उससे पूछताछ कर रही है, जहां रांची, धनबाद, पलामू, गढ़वा समेत अन्य जिलों का कनेक्शन का भी पता चला है. डबलू सिंह काफी दिनों से फरार चल रहा था. बताया जाता है कि उसने हाल ही में अपने विरोधी गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या करवायी थी, तब से पुलिस उसको खोज रही थी. एके 47 के साथ पकड़े जाने के बाद उसने कई और हथियारों की जानकारी एटीएस को दी है. वह पलामू क्षेत्र का आतंक कहा जाता है. उसके तार पूरे झारखंड ही नहीं बल्कि बिहार और उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा हुआ है. बताया जाता है कि रांची में एटीएस को सूचना मिली कि वह वहां किसी घटना को अंजाम देने के चक्कर में जिसके बाद एटीएस ने उसको पकड़ा. वह रांची में भी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था. बताया जाता है कि कुख्यात अपराधी डबलू सिंह ने 15 लाख रुपये की सुपाड़ी देकर अपने विरोधी गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या करा दी थी. 3 जून 2020 को छतरपुर का रहने वाला कुणाल सिंह को हमीदगंज में विसफुटा इलाके में जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. रास्ते में पहले कुणाल को एक टाटा सफारी गाड़ी से टक्कर मारी गयी. उसके बाद उस पर अपराधियों ने गोलियां चला दी. तीन गोली उसको लगी थी, जिसमें उसकी मौत हुई थी. बताया जाता है कि डबलू सिंह ने पुलिस को बताया है कि फरारी के दौरान वह जमशेदपुर समेत अन्य जिलों में भी रहा था.