शार्प भारत डेस्क : डायबिटीज एक लाइफस्टाइल जनित बीमारी है, खाने पीने में की गई लापरवाही और सेहत का ध्यान नहीं रखने पर समस्या और बढ़ जाती है. फास्ट फूड और घर के खाने से दूरी ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है. हाल ही में हुए एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि भारत में तेजी से डायबिटीज के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. वहीं कुछ लोग डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बहुत से उपाय अपनाते हैं, पर उनकी इस छोटी से गलती से डायबिटीज घटने की बजाय बढ़ जाती है. डायबिटीज में मरीजों को करेला खाने की सलाह दी जाती हैं. करेला खाने के बावजूद कई बार देखा जाता है कि डायबिटीज का स्तर बढ़ा होता है. (नीचे भी पढ़ें)
ऐसे खाए करेला तो मिलेगा पूरा लाभ
डायटीशिन और डॉक्टर मधुमेह में करेला खाने की सलाह देते है, क्योंकि इसका सेवन करने से ग्लाइसेमिक कंट्रोल बना रहता है. करेला में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है. जिससे वजन कंट्रोल में रहता है. करेले के सेवन पर आयुर्वेदाचार्यों का मानना है कि इसके फायदा लेने के लिए करेला बनाने की विधि पर ध्यान देना चाहिए. ज्यादातर घरों में करेले को तेल या घी में डीप फ्राई करके बनाया जाता है. साथ ही इसमें प्याज और अन्य मसाले काफी मात्रा में मिलाए जाते है. जिससे यह ब्लड शुगर को बढ़ाने का काम करता है. करेले की सब्जी बनाते समय भी काफी मात्रा में तेल और घी का इस्तेमाल किया जाता है. लिहाजा यह फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचाता है. करेला का पूरा लाभ लेने के लिए आप इसका जूस पी सकते है. (नीचे भी पढ़ें)
अगर आपको इस जूस पीना पसंद नहीं और आप इसकी सब्जी बनाकर खाना पसंद करते है तो इसे तेल या घी में फ्राई करने की बजाय उबाल ले. कुकर में दो सीटी लगाकर इसका भरवा बना सकते है. इसमें तेल और अन्य मसाले बहुत कम मात्रा में लगेंगे. इसके अलावा आप करेले के छोटे छोटे टुकड़े कर इसे नींबू के रस के साथ मेरिनेट करके इसका सलाद खा सकते है. करेले का सूप बनाकर भी इसका सेवन कर सकते है. डायबिटीज के मरीजों को करेला फ्राई और चिप्स से बिल्कुल दूरी बनानी चाहिए.
(शार्प भारत ऊपर लिखी किसी भी बात की पुष्टि नहीं करता है. लिखी गई सारी बातें सामान्य जानकारी और लोगों के निजी अनुभवों पर आधारित है. किसी भी प्रकार के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लें.)