शार्प भारत डेस्क : जमशेदपुर समेत आस पास के क्षेत्र में डेंगू अपना पैर पसार रहा है. सोमवार को जमशेदपुर में 24 डेंगू के मरीज मिले. वहीं मंगलवार को गोविंदपुर की एक बच्ची की मौत हो गई. प्रशासन इसको लेकर अलर्ट मोड पर आ गया है. लोगों के बीच लगातार बढ़ रहे डेंगू को लेकर टेंशन का माहौल हैं. मौसम में बदलाव और पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण लोग वायरल फीवर के शिकार हो रहे हैं. वायरल फीवर और डेंगू के लक्षण एक जैसे होते है. इस कारण इनमें अंतर पता नहीं चलता और डेंगू जानलेवा हो जाता है. एक्सपर्ट से जानें डेंगू और वायरल फीवर में अंतर, क्या है इसके लक्षण और बचाव. (नीचे भी पढ़ें)
वायरल फीवर और डेंगू में अंतर
एक्सपर्ट का मानना है कि वायरल फीवर इंफेक्शन की वजह से होता है. इसमें सर्दी, जुकाम और बुखार की समस्या होती है. बदलते मौसम में कमजोर इम्युनिटी वाले लोग वायरल फीवर की चपेट में आ जाते है. आमतौर पर यह 5 से 7 दिनों के अंदर ठीक हो जाता है. वहीं डेंगू फीवर संक्रमित मच्छर के काटने से होता है. इसके लक्षण कुछ दिनों बाद देखने को मिलते है. डेंगू का पता लगाने के लिए बुखार आने पर 48 घंटे के भीतर अपना ब्लड जांच करवाए. इससे स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. बतौर एक्सपर्ट डेंगू होने पर शरीर में मौजूद प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं. यह इमरजेंसी की स्थिति होती है और इस दौरान डॉक्टर हीमोग्लोबिन के स्तर पर भी नजर बनाए रहते हैं. यदि मरीज का प्लेटलेट्स काउंट्स बहुत कम हो जाए है तो शरीर को गहरा शॉक लगता है. इसके कारण पेट और फेफड़ों में तरल जमा होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है. गंभीर स्थिति में मरीज की मौत भी हो जाती है. डॉक्टर इस परिस्थिति से बचने के लिए मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ा देते है. (नीचे भी पढ़ें)
डेंगू से कैस करे बचाव
सर्दी, जुखाम, सिर दर्द और बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी समस्या बताए. डॉक्टर के कहने पर डेंगू की जांच जरूर करवाए, इससे सही जानकारी मिलेगी और जल्द इलाज हो सकेगा. डेंगू की पु्ष्टि होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. डेंगू के मरीज के डाइट में सादा पानी के साथ साथ नींबू पानी, छाछ, लस्सी, नारियल पानी को शामिल करना चाहिए. ऐसी चीजों को सेवन करना चाहिए जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो. इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि मरीज को ज्यादा देर तक भूखे नहीं रखना है. उसे थोड़ी थोड़ी देर में खाने को कुछ ना कुछ देते रहना चाहिए. साथ ही किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. मरीज को पपीता और किवी जैसे फल खाने की सलाह भी दी जाती हैं. डेंगू से बचने के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें. कूलर का पानी समय समय में बदलते रहें और इस्तेमाल ना होने पर इसके पानी को खाली कर दें. घरों में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें. पूरे आस्तीन वाले कपड़े पहने और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. घर के आसपास साफ सफाई रखें और टंकी, बर्तन, कूलर, टायर जैसी पानी इकट्ठा होने वाली जगह को साफ रखें और पानी जमा ना होने दें.
(ऊपर लिखी किसी भी बात की पुष्टि शार्प भारत नहीं करता है. लिखी गई सारी बातें सामान्य जानकारी और लोगों के बातचीत पर आधारित है. किसी भी प्रकार के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)