शार्प भारत डेस्क : दुनिया में सबसे कमजोर दिल भारतीयों का है, ऐसा कई रिपोर्टों में खुलासा किया गया हैं. आंकड़ों के अनुसार हर चार भारतीय में से एक को दिल से संबंधित बीमारी हैं. हार्ट अटैक से सबसे ज्यादा मौते दर्ज की जाती हैं. इसके कई कारण होते है. शरीर में पोटैशियम की कमी भी इनमें से एक है. बीते शुक्रवार को डायरेक्टर प्रदीप सरकार की मौत हार्ट अटैक से हो गई. शरीर में पोटैशियम की कमी होने के कारण उनका डायलिसिस चल रहा था. इस दौरान उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया और उनकी मुत्यु हो गई. सरकार ने परिणीता और मर्दानी जैसी हिट फिल्मों का डायरेक्शन किया है. पोटैशियम ज्यादा या कम हो जाने से हमारे शरीर को जबरदस्त झटका लगता है. पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फॉस्फेट जैसे मिनरल्स मस्तिष्क से सूचनाएं या आदेश लेकर शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने का काम करती हैं. इन संदेशों से ही शरीर की नसें, दिल की मांसपेशियों अपना काम बेहतर तरीके से करती हैं. इन मिनरल्स को इलेक्ट्रोलाइट्स कहा जाता है. सही समय पर सूचनाएं नहीं पहुंचने से शरीर के सभी अंग बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाते, नतीजतन बहुत से बीमारियां और कई बार तो हार्ट अटैक जैसी गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं. ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे आपने किसी काम के लिए अपने किसी दोस्त को मैसेज किया, पर मैसेज या तो डिलीवर नहीं हुआ या काफी देर से हुआ. इन दोनो ही परिस्थितियों में आपका काम नहीं हो पाएगा. ठीक वैसा ही मामला शरीर में इन इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाने पर होता है. वैसे तो शरीर को बहुत कम मात्रा में पोटैशियम की जरुरत होती है. सामान्यत एक दिन में वयस्क पुरुषों को 3016 मिलीग्राम तो वहीं महिलाओं को 2320 मिलीग्राम पोटैशियम की आवश्यकता होती है.
इन फल और सब्जियों से करें पोटैशियम की कमी पूरी-
केला – केला में पोटैशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, पोटैशियम की कमी होने पर रोज नाश्त के बाद एक केला का सेवन करना चाहिए. लगातार एक महीने तक ऐसा करने के बाद अपनी जांच करवाएं, आप पाएंगे की पोटैशियम का स्तर शरीर में सामान्य हो गया है. हालांकि डायबिटीज से ग्रसित मरीजों को केला खाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी चाहिए.
नारियल पानी – केला के बाद सबसे प्रचलित पोटैशियम का स्रोत नारियल पानी है. रोज सुबह खाली पेट 15 दिनों तक नारियल पानी पीने से पोटैशियम और अन्य मिनरल्स की पूर्ति शरीर में हो जाती हैं. ध्यान रखना चाहिए कि लगातार नारियल पानी पीने से बचना चाहिए. कोस्टल इलाकों में नारियल पानी पीने की सबसे बड़ी वजह भी यही है कि वहां का मौसम शुष्क होता है. जिससे कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है.
ड्राई फ्रूट्स – रोजाना कुछ ड्राई फ्रूट्स के सेवन से भी पोटैशियम की कमी पूरी की जा सकती है.
बींस और विभिन्न प्रकार की दालें – दालें और बींस में प्रोटीन के साथ साथ पोटैशियम भी पाई जाती हैं. रोज इन्हें डाइट में शामिल करने से कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता हैं.
चुकंदर – चुकंदर और गाजर का जूस पोटैशियम की कमी को पूरी कर सकता है. अक्सर डॉक्टर भी इनका जूस पीने की सलाह मरीजों को देते है.
आलू – डायबिटीज के मरीज आलू का सेवन करने से बचे.
इसके अलावा संतरा, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, पत्तागोभी, फूलगोभ, विभिन्न किस्म की सागें, अवाकाडो और दूध दही के माध्यम से भी पोटैशियम की जरुरत को पूरा किया जा सकता हैं
नोट : शार्प भारत ऊपर दी गयी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. यह सारी जानकारी सामान्य लोगों के अनुभव और डॉक्टरी सलाह पर आधारित है. किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.