नयी दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा(जेपी नड्डा) ने गुरुवार को भाजपा 80 सदस्यीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत केंद्रीय मंत्रियों व राज्य के कई नेताओं को शामिल किया गया है. लेकिन इस सूची में भाजपा सांसद मेनका गांधी व वरुण गांधी को शामिल नहीं किया गया है. 80 नियमित सदस्यों के अलावा कार्यकारिणी में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य व 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य को स्थान दिया गया है. (नीचे भी पढ़े)
इधर झारखंड से कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी को विशेष आमंत्रित सदस्य में शामिल किया गया है. इसके तहत जहां झारखंड के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को नई कार्यकारिणी में शामिल किया गया है, वहीं केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से मुक्त कर राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. (नीचे भी पढ़े)
गुरुवार को भाजपा की ओर से जारी नई कार्यकारिणी सदस्यों में झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास को दोबारा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री सह झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गयी है. वहीं, प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता के नाते पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है.भाजपा की नई कार्यकारिणी में झारखंड से राज्यसभा सदस्य समीर उरांव को एसटी मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद बरकरार रखा गया है. (नीचे भी पढ़े)
वहीं, दीपक प्रकाश को भाजपा झारखंड प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है. इसके अलावा नागेंद्र को बिहार और झारखंड का संगठन मंत्री और धर्मपाल को झारखंड प्रदेश संगठन मंत्री की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इस सूची में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, किरेण रिजीजू, गिरिराज सिंह, एस जयशंकर समेत कई नाम शामिल है.वहीं इसमें नए चेहरों को भी प्रमुखता से जगह दी गयी है. हाल ही में कैबिनेट में शामिल किए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मीनाक्षी लेखी, मनसुख मंडाविया व ज्योतिरादित्य सिंधिया को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है. (नीचे भी पढ़े)
कार्यकारिणी पार्टी का एक प्रमुख विचार- विमर्श करने वाला निकाय है जो सरकार के समाने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करता है और संगठन के एजेंडे को आकार देने का काम किया जाता है. कोरोना वायरस आने के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नहीं हुई थी. जिसके बाद संगठन और धारदार बनाने के लिए जेपी नड्डा ने बैठक बुलाई थी.