चाईबासा : चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने अंडर ग्राउंड केबलिंग करने वाली एजेंसी केईआई के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए एफआईआर कराने का निर्देश पीचईडी विभाग को दिया है। श्री बिरुवा बुधवार को खुद क्षतिग्रस्त पाइप लाइन स्थल बड़ी बाजार पहुंच कर संबंधित एजेंसी समेत अधिकारियों को फटकार लगाई। कहा कि कार्यकारी एजेंसी, पीएच इडी और बिजली विभाग में समन्वय के अभाव के कारण सारी कठिनाई जनता को झेलना पड़ रहा है। कार्यकारी एजेंसी मनमानी के कारण जनता त्रस्त है। जलापूर्ति बार बार ठप हो रही है।
मैन्युअल काम होने से बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार
विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि कोविड-19 और लाकडाउन के कारण बेरोजगारी बढ़ गई है। अगर संबंधित एजेंसी केबलिंग का काम मैन्युअल करेगी तो ऐसी समस्या नहीं होती, साथ ही बेरोजगारों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। यह निर्देश भी पहले ही कार्यकारी एजेंसी को दिया जा चुका है। लेकिन एजेंसी द्वारा मनमानी रवैया अपनाया गया। इससे पहले भी संबंधित एजेंसी को पाइप लाइन क्षतिग्रस्त किए जाने पर चार पांच बार अल्टीमेटम दिया जा चुका है। इसके बावजूद एजेंसी के कार्य प्रणाली में कोई सुधार नहीं किया गया।विधायक दीपक बिरुवा के निरीक्षण के दौरान नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज, पार्षदों में लक्ष्मी कच्छप, जेबा फरहत, कुंदन प्रजापति, अधिवक्ता राजाराम गुप्ता, बाबू अहमद, संचु तिर्की के अलावा बिजली विभाग के पदाधिकारी गौतम राणा, पीएचइडी के पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, अंडर ग्राउंड केबलिंग करने वाले एजेंसी केईआई के फ़ैज़ अहमद
आदि शामिल थे।
कई मुहल्लो का पानी ठप होने से भड़के विधायक
चाईबासा के बड़ी बाजार मुफस्सिल थाना के पीछे मार्ग में अंडरग्राउंड वायरिंग को लेकर खुदाई के दौरान पेयजल आपूर्ति की लाइन क्षतिग्रस्त स्थल पहुंचे तो स्थानीय लोगों और वार्ड पार्षदो ने विधायक को बताया कि पाइप क्षतिग्रस्त होने से दो दिन से पानी ठप है। इस पर विधायक श्री बिरुवा कार्यकारी भड़क गए और उपस्थित एजेंसी को फटकार लगाई। एजेंसी के मनमानी के चलते लाखों लीटर पानी सड़क पर व्यर्थ बह गया। इस कारण मंगलवार व बुधवार को बड़ी बाजार, कुम्हार टोली, तेलेंगाखुरी, मेरी टोला, बरकंदाज टोला, पुलहातु, ग्वाला पट्टी, नीचे टोला, हिंद चौक आदि क्षेत्रों में जलापूर्ति पूरी तरह ठप रही। बार बार दिशा निर्देश देने के बाद भी अंडर ग्राउंड वायरिंग करने वाले संबंधित संवेदक द्वारा गंभीरता नहीं बरती जा रही है और जलापूर्ति का पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो रहा है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है, उन्हें पीने के पानी को तरसना पड़ रहा है।