Chaibasa : सरकारी निर्देशों के बावजूद पश्चिमी सिंहभूम जिला में निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से मनमाना स्कूल फीस की वसूली की जा रही है. इस परचिंता जताते हुए झामुमो जिला सचिव सोनाराम देवगम ने पद्मावती शिशु विद्या मंदिर, आमलाटोला चाईबासा द्वारा काटे गए स्कूल फीस के रसीद की कॉपी को पोस्ट करते हुए आज इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो को ट्वीट किया है. साथ ही निजी विद्यालयों की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की है. ज्ञातव्य है विगत जून माह में लिए गए झारखण्ड सरकार के अहम फैसले के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने स्पष्ट निर्देश जारी दिया था कि लॉकडाउन की अवधि में निजी विद्यालय ट्यूशन फीस के अलावा अभिभावकों से अन्य कोई भी शुल्क नहीं वसूल सकते हैं तथा किसी भी परिस्थिति में शिक्षण शुल्क जमा नहीं करने के कारण किसी भी विद्यार्थी का नामांकन रद्द नहीं किया जाएगा. ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था की सुविधा से नहीं रोका जाएगा. इसके साथ ही शैक्षणिक सत्र 2020-21 के दौरान स्कूल फीस में किसी भी बढ़ोतरी पर कड़ाई से रोक लगायी गयी है.
झामुमो के जिला प्रवक्ता इकबाल अहमद ने इस मुद्दे पर कहा कि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन को देखते हुए झारखंड सरकार द्वारा दिए गए उपरोक्त दिशा-निर्देश के बावजूद निजी विद्यालयों की मनमानी बदस्तूर जारी है और अभिभावकों से वे पूर्व की भांति ही ट्यूशन फीस के साथ अन्य सभी तरह के शुल्क की भी वसूली कर रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है. कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से टूट चुके अभिभावकों से इस तरह से फीस की वसूली किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. हर हाल में निजी विद्यालयों की इस मनमानी पर अंकुश लगना जरूरी है. जो निजी विद्यालय सरकारी दिशा निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए जरुरत पड़े तो वैसे विद्यालयों की मान्यता को भी रद्द कर दिया जाना चाहिए.