रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर : शहर के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता कारण महतो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साजिश के तहत उनका और उनके परिजनों का नाम मतदाता सूची से बार-बार गायब करने का आरोप लगाया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी लोकप्रियता से घबराकर उनके प्रतिद्वंद्वियों ने सिस्टन के साथ मिल कर इस प्रकार की साजिश की है.
इस संबंध में उन्होंने जिले के उपायुक्त को पत्र भी लिखा है एवं इस पर उचित जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इस साजिश के खिलाफ यथोचित न्याय दिलाने की गुहार लगायी है. बुधवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ वार्ड के पार्षद विनय बर्मन भी उपस्थित थे. इस दौरान करण महतो की धर्मपत्नी संजू देवी व माता हुली देवी भी उपस्थित थीं. उन्होंने बताया कि बार-बार इस प्रकार की साजिश उनके साथ की जा रही है.
उपायुक्त को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि अब से ठीक 5 वर्ष पूर्व जब चक्रधरपुर नगर परिषद चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी, तब भी किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत मेरा और मेरी पत्नी का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया था. तब वह चुनाव नहीं लड़ सके थे, जबकि पूरी तैयारी कर रखी थी. उन्होंने लिखा है कि 2014 और 2019 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में उनके परिजनों ने मतदान किया है.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए लिखा है कि चुनाव अधिकारी द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची से नाम हटा दिए जाने के बाद मतदाता सूची के कार्य में कार्यरत अधिकारी का ध्यान आकृष्ट किया गया तो उनके नाम को मतदाता सूची में समायोजित करने के लिए आश्वास्त किया था. उन्होंने ने कहा है कि यह दूसरी बार उनके साथ ऐसा किया गया है.
उन्होंने पत्र में मांग की है कि इस कार्य में तैनात अधिकारी व कर्मचारी को अधिक जिम्मेदार निष्ठा निष्पक्ष पूर्वक कर्तव्य का निर्वहन करने का निर्देश दिया जाये, ताकि उनके साथ न्याय हो. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इस बार न्याय नहीं मिला तो वह निश्चित रूप से न्यायालय की शरण में जायेंगे. इस पत्र की प्रतिलिपि उन्होंने एसडीओ पोड़ाहाट, बीडीओ और कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को भी दी है.