शार्प भारत डेस्क : नए फाइनेंस ईयर 2023-24 की शुरूआत हो चुकी है. ऐसे में आम आम आदमी से जुड़े कई सरकारी नियमों में बदलाव किया गया है. वहीं इस दौरान ग्राहकों की नजर एलपीजी के घरेलू सिलेंडर के दामों पर रहती है. इस महीने घरेलू सिलेंडर में किसी प्रकार का बदलाव तो नहीं किया गया है, परंतु व्यवसायिक सिलेंडर में 92 रुपये की कटौती की गयी है. वहीं आयकर, म्यूचुअल फंड में निवेश, टीडीएस और फ्यूचर एंड आपअशंस में ट्रेडिग के अलावा यूपीआई, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में बदलाव किया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
॰ नई टैक्सी रिजीम में सात लाख तक की इनकम टैक्स फ्री रहेगी. पहले यह छूट पांच लाख तक की थी. नई टैक्स रिजीम में भी स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगी, 15.50 लाख से ज्यादा इनकम होने पर 52,500 की स्टैंडर्ड डिडक्शन भी दिया जाएगा.
॰ यूपीआई में बदलाव – एनपीसीआई ने सर्कुलर में कहा कि 1 अप्रैल से यूपीआई के जरिए किए जाने वाले मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर पीपीआई फीस लागू किया गया है. इसके तहत 2000 रुपये से अधिक मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर पीपीआई चार्ज वसूला जाएगा. इसका असर आम ग्राहकों पर नहीं बल्कि मर्चेंट और बैंक के बीच का बसूली की जाएगी.
॰ डेट और हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म के बीच अंतर खत्म – डेट म्यूच्यूअल फंड पर 1 अप्रैल से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (एलटीसीजी) नहीं मिलेगा और इस पर सिर्फ शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस (एसटीसीजी) का टैक्स लगेगा.
॰ महंगी हुई नई गाड़ियां – एक अप्रैल से बीएस-6 के दूसरे चरण के तहत नए उत्सर्जन लागू हो गया हैं. इससे गाड़ियों की लागत में भी बढ़ोतरी होगी. मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, होंडा, किआ, हीरो मोटोकार्प समेत कई कंपनियों अपने वाहनों के मूल्य में वृद्धि की घोषणा कर दी हैं.
॰ सोने की खरीदारी पर हालमार्क- एक अप्रैल से सोने की ज्वेलरी की बिक्री पर छह अंकों वाला हालमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआइडी) अनिवार्य कर दिया गया है. इससे ज्वेलरी की शुद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित किया जाता है. इस एचयूआइडी से भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) की वेबसाइट के जरिये ज्वेलरी से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी. (नीचे भी पढ़ें)
॰ जीवन बीमा पॉलिसियों में बदलाव – जीवन बीमा पॉलिसी (यूनिट-लिंक्ड बीमा पॉलिसिों के अलावा) जिनका वार्षिक प्रीमियम पांच लाख से ज्यादा है, उनकी मैच्योरिटी राशि पर टैक्स लिया जाएगा. केवल वे लोग ही इस टैक्स के दायरे से बाहर रखेंगे जिनका वार्षिक प्रीमियम पांच लाख रुपये से कम है.
॰ फिजिकल गोल्ड पर नया नियम – एक अप्रैल से फिजिकल गोल्ड (सोना) को इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीप्ट में बदलने को हस्तांतरण नहीं माना जाएगा और इस पर कोई भी पूंजीगत लाभ कर लागू नहीं होगा. इसी प्रकार इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीप्ट को फिजिकल गोल्ड में बदलने पर भी पूंजीगत लाभ कर नहीं लगेगा. इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीप्ट को डिपाजिटरी गोल्ड रिसीप्ट माना जाएगा और स्टाक एक्सचेंज में ट्रेड किया जा सकेगा. (नीचे भी पढ़ें)
॰ एलपीजी सिलेंडर – वित्त वर्ष के पहले दिन एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में राहत मिली है. वहीं यह राहत केवल कॉमर्शियल सिलेंडर के उपभोक्ताओं को मिली है. वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर को 92 रुपये सस्ता हुआ है. वहीं 14.2 किलो वाले में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलवा नहीं हुआ है.
॰ सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में बढ़ोत्तरी – नए फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में बढ़ोत्तरी की गयी है. इसके लिए ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़कर 8.2 फीसदी कर दी गयी है. इसमें अधिकतम इनवेस्टमेंट लिमिट पहले 15 लाख रुपये थी जिसे अब बढ़ाकर 30 लाख रुपये कर दिया गया है.
॰ लागू हुआ नया टैक्स स्लैब- एक अप्रैल यानी शनिवार से नए इनकम टैक्स स्लैब भी लागू कर दिया गया है. इसमें इनकम टैक्स स्लैब की संख्या को 6 से घटाकर 5 किया गया है साथ ही अब नया इनकम टैक्स रिजीम ही डिफॉल्ट रिजीम होगा.
॰ महिला सम्मान स्कीम- नए फाइनेंस ईयर में बजट में 7.5 फीसदी ब्याज दर के साथ ‘महिला सम्मान सेविंग सर्टीफिकेट’ लॉन्च की गई है. महिलाएं 2 सालों के लिए अधिकतम 2 लाख रुपए जमा कर सकती है. अभी देश में 78 फीसदी कामकाजी महिलाएं भी गोल्डन रूल ऑफ सेविंग यानी 20 फीसदी बचत भी नहीं करती हैं.