जमशेदपुर : जमशेदपुर में नशीली दवाइयों के खिलाफ ड्रग कंट्रोल विभाग पूरे एक्शन में है. आपको बता दें कि शनिवार को साकची बस स्टैंड के समीप से हिरासत में लिए गए युवक अफजल के पास से नाइट्रोसन- 10 बरामद किया गया था जिसने पूछताछ के क्रम में शहर के अलग-अलग इलाकों के दवा दुकानों में नशीली दवाइयों के बिक्री होने की जानकारी विभाग को दी थी. इसके बाद जमशेदपुर सिटी एसपी के निर्देश पर ड्रग्स कंट्रोल विभाग द्वारा रविवार को साकची के प्रांजल फार्मा से एक हजार कोडीन सिरप जप्त किया था. (नीचे पूरी खबर पढ़ें)
इधर विभाग द्वारा सोमवार को उलीडीह थाना अंतर्गत दशमेश मेडिकल एवं उसके प्रोपराइटर के घर में छापेमारी की गई. जहां से विभाग ने दस हजार स्ट्रिप नाइट्रोसिन- 10 दवा जप्त की है. विभाग द्वारा कागजात मांगे जाने पर प्रोपराइटर द्वारा नहीं दिखाया गया, जिसके बाद पुलिस थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत दशमेश मेडिकल के प्रोपराइटर को हिरासत में ले लिया है. फिलहाल जप्त दवाइयां और हिरासत में लिए गए प्रोपराइटर को उलीडीह थाना पुलिस अपने साथ थाना ले गई है. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. इस संबंध में उलीडीह थाना प्रभारी ने बताया, कि ड्रग कंट्रोल विभाग द्वारा सूचना दिए जाने पर उलीडीह थाना पुलिस की ओर से संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह गिरफ्तारी की गई है. (नीचे पूरी खबर पढ़ें)
उन्होंने बताया कि आगे भी यह अभियान जारी रहेगा. जप्त किए गए प्रतिबंधित दवा का वजन लगभग 3 किलो बताया जा रहा है. ड्रग इंस्पेक्टर जया कुमारी ने बताया कि जिन दवाइयों को जप्त किया गया है वह बेहद ही खतरनाक और बगैर चिकित्सकीय सलाह के प्रयोग में लाना वर्जित है. इससे काफी तेजी से नशा होता है. और इसके सेवन करने वाले लोग अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. फिलहाल ड्रग्स कंट्रोल विभाग की कार्यवाई के बाद शहर के दवा कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. विभाग ने दावा किया है, कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा. इस छापेमारी अभियान में ड्रग इंस्पेक्टर कुंज बिहारी चौधरी एवं राजीव एक का भी मौजूद रहे.