Jamshedpur : भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य डीडी त्रिपाठी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जेपी नड्डा को पत्र लिख कर सवर्णों के हित की रक्षा के लिए पार्टी के अंदर सवर्ण मोर्चा इकाई गठन की मांग की है। श्री त्रिपाठी ने अपने पत्र में लिखा है कि समाज का सबसे बुद्धिजीवी वर्ग जो राष्ट्र चिंतक और राष्ट्रभक्ति का अप्रतिम वाहक सदियों से रहा हैं, किंतु स्वतंत्रता के बाद जिस तरह से भारतीय संस्कृति पर कांग्रेसियों और वामियों ने प्रहार किया उसी तरह संगठनात्मक भागीदारी से सवर्णों को वंचित रख एक सोची-समझी साजिश के तहत इन्हें भी कमजोर और खंडित रखने का प्रयास किया। इसमें मुख्य भूमिका समाज के अंदर के ही रंगे सियारों ने भी खूब निभाई। कालांतर में सभी पार्टियों ने इस प्रक्रिया को ही आत्मसात कर इस वर्ग को शक्तिहीन करने और संगठित न हो पाए इसका भरपूर प्रयास किया।
श्री त्रिपाठी ने कहा है कि आज सभी मंच मोर्चा के राष्ट्रीय से मंडल स्तर तक संगठनात्मक इकाइयां हैं किंतु जिस कलियुग में कहा जाता हैं कि “संघे शक्ति कलियुगे” इस मूल भावना से ही हमें काट दिया गया। आज समाज का हर वर्ग चाहे वो ओबीसी हो, एससी / एसटी / अल्पसंख्यक हो सबको भागीदारी मिली हुई है, तो हमें इससे वंचित रखने का अपराध आखिर क्यों? यदि अन्य मंच / मोर्चा के बनने से संगठनात्मक मजबूती मिलती है तो सवर्ण मोर्चा के गठन से संगठन में कमजोरी कैसे आ जाती हैं? यह समझ से परे है या फिर शत-प्रतिशत साजिश से ज्यादा कुछ नहीं हो सकता।
श्री त्रिपाठी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि आप (जेपी नड्डा) के कार्यकाल में हमें इस शास्वत सत्य को यथार्थ रूप में धरातल पर उतारने का अवसर मिला है। यदि सवर्ण मोर्चा गठन से राष्ट्रद्रोह नहीं होता हो या संगठनात्मक हानि नहीं पहुंचती हो तो इस दिशा में हम आपकी पहल का विनम्र अनुरोध करते हैं। पत्र के अंत में श्री त्रिपाठी ने पूर्ण विश्वास जताया है कि मांग को श्री नड्डा प्राथमिकता देंगे.