जमशेदपुर : पिछले दिनों की हाथरस की घटना अत्यंत ही दु:खद है. जहां भी भाजपा शासित प्रदेश है, वहां पुलिस ने सिर्फ अपने आकाओं को खुश करने के लिए कानून व संविधान को दरकिनार कर दिया है. वहां पुलिस का उपयोग गुंडा वर्ग की तरह किया जा रहा है. दरअसल भाजपा को संवैधानिक अधिकार वगैरह से कोई मतलब नहीं है. यह बात पूर्व सांसद व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कही. वह रविवार को बिष्टुपुर स्थित तिलक पुस्तकालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यूपी में जितने भी आईपीएस व आइएएस हैं, उन्होने सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश को मानने के लिए संविधान को फेंक दिया है. उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं देखा कि किसी भी बेटी की लाख जबर्दस्ती जला दी गयी हो.
डॉ अजय ने इस दौरान केंद्र सरकार द्वारा लाये गये किसान विधेयक व श्रम कानून की भी चर्चा की. बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 95 प्रतिशत किसान ने जिला के बाहर नहीं बेचा है. 85 प्रतिशत किसान दो हेक्टेयर के नीचे हैं. बिहार में तो यह कानून वर्ष 2004 से लागू है, लेकिन वहां के किसानों की स्थिति और भी खराब हुई है. विभिन्न जिलों से के किसान पहले गाड़ी पर अपने उत्पाद लादेंगे उसे पुणे ले जायेंगे, तब न बेचेंगे. इससे उन्हें क्या फायदा होगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के किसान बिल से बड़े-बड़े व्यापारियों को फायदा होगा. अडानी अंबानी आयेंगे और बड़े-बड़े स्टोरेज में रख कर 50-60 रुपये किलो बेचेंगे. श्रम कानून की चर्चा करते हुए डॉ अजय कुमार ने कहा कि मजदूर कानून को बहुत ही कमजोर कर दिया गया है. 12 घंटे काम का प्रावधान किये जाने पर असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर व झारखंड तो एकदम खतम हो जायेगा. कांग्रेस ने मजदूरों के लिए जो 70 साल में किया, उसे यह केंद्र सरकार 70 दिन में खतम कर देगी. संवाददाता सम्मेलन में डॉ अजय कुमार ने हमारे एजेंडे में था कि हरे जिला में 8-10 किलोमीटर की दूरी पर होगा, ताकि किसान लोकल हो सके, एमएससी लोकल व कानून के तहत होगा. मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर दुख जताया.