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मुसाबनी : मुसाबनी प्रखंड के डुमुरडीहा माहली टोला निवासी सुनील सिंह का जर्जर झोपड़ी विगत दिनों ध्वस्त होने से वह किसी तरह झोपड़ी निर्माण कर जीवन यापन कर रहा है. सुनील सिंह ने बताया कि उसे सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम आवास योजना का लाभ नही मिला है और ना ही उसे वृद्धा पेंशन ही मिलता है, वह किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहा है. सुनील सिंह ने बताया कि उन्हें आवास का लाभ नही मिला परंतु वह हिम्मत नही हारा है, वह रोजाना टोला से दो किमी दूर पहाड़ जाकर हथौड़ा से पत्थर को तोड़ता है और तोड़े गये पत्थर को माथे पर ढोहकर अपने घर लाता है और रोजाना 6-10 पत्थर की खुद जोड़ाई कर अपना आशियाना बना रहा है.
उन्होंने कहा कि जब एक बुजुर्ग दशरथ माझी श्रमदान कर पहाड़ काट कर सड़क बना सकता है तो वह पहाड़ से पत्थर तोड़कर अपना घर क्यों नही बना सकता है. दशरथ माझी को अपना प्रेरणाश्रोत बनाकर वह रोजाना पहाड़ जाते है और हथोड़ा से पत्थर तोड़कर खुद दो किमी ढोहकर पत्थर घर लाते है और पत्थर की जोड़ाई कर खुद ही घर का निर्माण कर रहे हैं. सुनील सिंह की खबर पाकर घाटशिला की समाजसेवी डॉ सुनीता देवदूत गांव पहुंची और सुनील सिंह से बात कर मामले की जानकारी ली. डॉक्टर सुनीता देवदूत भी सुनील सिंह की जज्बें की लोहा मान ली. डाक्टर सुनीता देवदूत सोरेन सुनील सिंह के परिश्रम से प्रभावित होकर कहा कि वे सुनील सिंह के घर बनाने में उनकी यथा संभव सहयोग करेंगी. डा सोरेन ने तत्काल उन्हें दो हजार रुपये और गर्म वस्त्र देकर आर्थिक सहयोग किया. उन्होंने सुनील सिंह से जरूरी कागजात ली और उन्होंने आश्वस्त किया है कि वे खुद बीडीओ से मिलकर सुनील सिंह को जल्द से जल्द सरकारी प्रावधान के तहत मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास करेंगी.