जमशेदपुर : जमशेदपुर अभिभावक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जिला मुख्यालय पहुंच जिले के उपायुक्त से निजी स्कूलों में अभिवंचित वर्ग के बच्चों के नामांकन को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार ने बताया, कि निजी स्कूलों में अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन चल ही रहा था, कि देश में लॉकडाउन लग गया. ऐसे में अभिवंचित वर्ग के बच्चे नामांकन से वंचित रह गए. वहीं कुछ बच्चों के अभिभावकों में असमंजस की स्थिति है. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है, कि वे स्कूलों के किताब खरीदें या नहीं. उन्होंने बताया कि जिले के उपायुक्त से मिलकर इन मांगों को रखा गया है. ताकि जिन स्कूलों में अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन नहीं हो सका है वैसे स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया अविलंब शुरू की जाए. साथ ही पठन-पाठन से संबंधित जानकारी भी बच्चों को उपलब्ध कराई जाए.
भाजपा ने भी आंदोलन की दी चेतावनी
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ भाजपा लगातार आंदोलित है. वैसे सरकारी फरमान के बाद भी जमशेदपुर के निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर अलग- अलग मदों के फीस को लेकर दबाव बनाने का मामला प्रकाश में आने के बाद भाजपाइयों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला मुख्यालय पहुंच निजी स्कूलों के मनमानी पर रोक लगाने की मांग जिले के उपायुक्त से किया है. जानकारी देते हुए भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष विमल बैठा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण अभिभावकों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, लेकिन शहर के निजी स्कूल अभिभावकों को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा निजी स्कूलों के मामले में फैसला आने के बाद भी लगातार निजी स्कूल किसी न किसी रूप से अभिभावकों को लेट फाइन जमा कराने का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोविंदपुर स्थित विवेक विद्यालय प्रबंधन अभिभावकों को लगातार परेशान कर कर रहा है. वहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर निजी स्कूल प्रबंधन इसी तरह मनमानी करती रही, तो अब सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.