जमशेदपुर : जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र के तीस्ता रोड में पत्नी, दो बेटियां और ट्यूशन टीचर की हत्या मामले में सुनवाई कर रहे जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे-4 राजेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत में तत्कालीन कदमा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर मनोज कुमार ठाकुर की गवाही शुरू हुई. मनोज ठाकुर इस मामले के अनुसंधानकर्ता है जबकि उनकी गवाही पूरी नहीं हुई हैं. अदालत ने गवाही के लिए गुरुवार को तिथि तय की हैं. मनोज कुमार ठाकुर इस मामले के 24वां गवाह हैं. मालूम हो कि गवाह मनोज ठाकुर की अनुपस्थिति को देखते हुए अदालत ने उनकी पेमेंट पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद वह बुधवार को अदालत के समक्ष गवाही देने के लिए पेश हुए, वर्तमान में मनोज ठाकुर गोलमुरी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पदस्थापित हैं. (नीचे भी पढ़ें)
अदालत के समक्ष नहीं आए बिसरा रिपोर्ट
चौथे सनसनीखेज हत्या मामले में अभी तक बिसरा रिपोर्ट कोर्ट में नहीं आया है. कोर्ट ने एफएसएल को कई पत्र लिखे, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब इस मामले में अंतिम गवाही चल रही है. कोर्ट ने इसे सख्ती से ली है. संभवत गुरुवार को फिर कोर्ट से पत्र भेजा जा सकता है. इस तरह की लापरवाही का लाभ कोर्ट में आरोपी को मिल सकता है और इतना बड़ा कांड को अंजाम देने वाला सलाखों से बाहर भी आ सकता है. (नीचे भी पढ़ें)
घटना 12 अप्रैल 2021 को तिस्ता रोड के क्वार्टर नंबर 99 में घटी थी
दीपक कुमार पर आरोप है कि उसने 12 अप्रैल 2021 को अपने कदमा तीस्ता रोड स्थित क्वार्टर नंबर 99 में अपनी पत्नी वीणा कुमारी, दो बेटियां श्रावणी, शानवी और ट्यूशन टीचर रिंकी घोष की हथौड़े से हमला कर हत्या कर दी थी. घटना के बाद वह फरार हो गया था. घटना के 6 दिनों के बाद जिला पुलिस की टीम ने दीपक को 17 अप्रैल 2021 को धनबाद से गिरफ्तार किया था. उस दिन वह धनबाद पुलिस लाइन स्थित एचडीएफसी बैंक गया हुआ था. वहीं पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. घटना के दिन दीपक ने अपने भगिना रोशन को सुबह 9.30 बजे फोन कर डिनर पर बुलाया था. तब रोशन अपनी पत्नी आराध्या और एक साल की बच्ची के साथ कदमा तीस्ता रोड पर दिन के ढाई बजे पहुंचा हुआ था. आराध्या अपनी एक साल की बच्ची को लेकर बाथरूम में गयी हुई थी. इस बीच वहां पर चिल्लाने की आवाज आयी थी. रोशन जब कमरे में गया तब देखा कि वह हथौड़े से हमला कर रहा है. इससे पूर्व दीपक ने अपनी पत्नी, दो बेटियां और ट्यूशन टीचर की हत्या हथौड़े से मारकर कर दी थी.