जमशेदपुर : तुलसी भवन की साहित्य समिति की ओर से संस्थान के प्रयाग कक्ष में ‘लोक मंच’ सह संविधान निर्माता भीमराव अम्बेदकर, राहुल सांकृत्यायन एवं अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘ हरिऔध’ जयंती का आयोजन किया गया. संस्थान के अध्यक्ष सुभाषचंद्र मूनका की अध्यक्षता में आयोजित समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं अंबेदकर सहित दोनों साहित्यकारों की तस्वीरों पर सभी साहित्यकारों द्वारा पुष्पार्पण के साथ हुई. (नीचे भी पढ़ें)
प्रसेनजित तिवारी ने हिन्दू समाज के अगुआ भारत रत्न बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि बाबासाहेब ने न केवल हमें संविधान दिया, बल्कि समाज में फैली असमानता के विरुद्ध आवाज उठाकर भारत को मजबूती भी प्रदान की. साहित्यकारों का परिचय क्रमश: ब्रजेन्द्रनाथ मिश्र एवं सुरेश चन्द्र झा ने प्रस्तुत किया. काव्य पाठ की शुरुआत दिव्येन्दु त्रिपाठी की संस्कृत में सुमधुर सरस्वती वंदना से हुई.(नीचे भी पढ़ें)
इसके बाद शहर के कुल 60 कलमकारों ने अपनी मातृभाषाओं, यथा भोजपुरी, मैथिली, तेलुगु, अंगिका, अंग्रेजी, राजस्थानी, हिन्दी, संथाली, नागपुरी, संस्कृत, बांग्ला, पंजाबी आदि में रचित अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं. काव्य पाठ करने वालों में हरिहर राय चौहान, संगीता मिश्रा, चंदन प्रजापति, राजेन्द्र साह ‘राज’ , निर्मला राव, शीतल प्रसाद दुबे, अरुणा झा, मनोकामना सिंह ‘अजय’, जोबा मुर्मू, नीलम पेडीवाल, ममता कर्ण, डॉ उदय प्रताप हयात, माधुरी मिश्र, कैलाशनाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ , पूनम सिंह, विमल किशोर विमल, नीता सागर चौधरी, वसंत जमशेदपुरी, सुनीता बेदी, शिव नन्दन सिंह, शकुन्तला शर्मा, बलविन्दर सिंह, लक्ष्मी सिंह, डॉ वीणा पाण्डेय ‘भारती’ , रीना सिन्हा, भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’, क्षमाश्री दुबे, अनिरुद्ध त्रिपाठी ‘अशेष’ , ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र, यमुना तिवारी व्यथित, माधवी उपाध्याय प्रमुख रहे. जबकि तुलसी भवन के उपाध्यक्ष राम नन्दन प्रसाद, साहित्य समिति के सचिव डॉ अजय कुमार ओझा , प्रसन्न वदन मेहता, खुशबू बरनवाल, अनिता निधि, अमन प्रियदर्शी, अमन निराला, मधुमिता साहा भी समारोह में उपस्थित रहे.