रांची : जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रत्याशी को लेकर अटकलों का बाजार तेज है. इस बीच कयास लगाने वाले भी अब ठंडा पड़ गये है और अब लगभग शांति सी छा गयी है. सूत्रों के मुताबिक, जमशेदपुर लोकसभा सीट पर कोई चौकाने वाला नाम सामने आ सकता है. यहीं वजह है कि इसको लेकर काफी मंथन हो रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ बातें हो चुकी है. वहीं, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के स्तर पर भी इसको लेकर चर्चा हो चुकी है. बताया जाता है कि लगभग सबकुछ फाइनल है कि टिकट किसको देना है. उम्मीद है कि 21 अप्रैल को जब झामुमो की ओर से इंडिया गठबंधन की रैली आहूत होने वाली है. उसी समय स्टेज से प्रत्याशी की घोषणा कर दी जायेगी. अगर कोई बाहरी को पार्टी में शामिल कराया जायेगा तो सारे बड़े नेताओं के बीच उनकी इंट्री भी करायी जा सकती है. (नीचे भी पढ़ें)
जमशेदपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के तौर पर आस्तिक महतो का नाम सबसे ऊपर है. वैसे झामुमो चाहती है कि यहां से युवा नेता के रुप में किसी को टिकट दिया जाये. जमीन से जुड़े व्यक्ति को टिकट दिया जाये. इसमें सबसे ऊपर बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी का नाम है. हालांकि, कुणाल पहले कह चुके है, ऐसी कोई बात नही है और इस तरह की खबरों का वे खंडन कर चुके है. लेकिन राजनीति के जानकार इसको सही मान रहे है और कह रहे है कि कुणाल षाड़ंगी से खुद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बाते की है और उनकी मुलाकात कल्पना सोरेन से भी हुई है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी चाहते है कि कुणाल षाड़ंगी ही जमशेदपुर से चुनाव लड़े. हालांकि, जुगसलाई, घाटशिला और बहरागोड़ा के विधायकों ने खुले तौर पर आस्तिक महतो का समर्थन कर चुके है. फिलहाल, इसको लेकर कयास का बाजार तेज है. उम्मीद यह की जा रही है कि हर हाल में 21 अप्रैल तक घोषणाएं हो जायेगी. वैसे अगर ज्वाइनिंग होगी तो भव्य तरीके से ज्वाइनिंग करायी जाये और साथ ही साथ टिकटों का ऐलान भी कर दिया जाये. वैसे अब तक कोई ठोस तौर पर जानकारी देने से बच रहे है.