सरायकेला : ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीवाईओ) युवा संगठन की तत्वाधान में सरायकेला बिरसा चौक अवस्थित बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण व सभा का आयोजन किया गया. वहीं दूसरी ओर मुकुंदपुर फुटबॉल मैदान में बिरसा मुंडा के तस्वीर पर मर्यादा पूर्वक पुष्प अर्पण तथा परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा युवा लोग मौजूद थे. साथ ही गगनभेदी नारों के साथ इंकलाब जिंदाबाद, बिरसा मुंडा अमर रहे, बिरसा मुंडा के विचारों को गांव-शहर, स्कूल-कॉलेज में फैला दिया जाना चाहिए. नारों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सबसे पहले बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण झारखंड राज्य के सचिव हराधन महतो ने किया. बाद में बारी-बारी से सभी साथियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कार्यक्रम में शिक्षक वाकेश्वर महतो मुख्य रूप से उपस्थित थे. उन्होंने भी बिरसा मुंडा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए. (नीचे भी पढ़ें)
साथ ही हराधन महतो ने कहा कि आज के समय में जरूरत है, इन सभी क्रांतिकारियों का विचार आदर्श को अपनाकर देश में हो रहे अन्याय व अत्याचार के खिलाफ में उठ खड़ा होना है. बिरसा मुंडा के नेतृत्व में शुरू हुआ उलगुलान अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया था, लेकिन फिर भी बिरसा मुंडा अपने हक की लड़ाई के लिए वह अपनी जान निछावर कर दिए. मात्र 25 वर्ष उम्र में अंग्रेजो के खिलाफ ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिला कर रख दिया था. आज भी एक उलगुलान की जरूरत है, जो सिर्फ जल, जंगल, जमीन पर अपना अधिकार ही नहीं बल्कि हर तरह के शोषण से मुक्त के लिए, बिरसा मुंडा के अधूरे सपनों को साकार करने के लिए हम सभी युवाओं को एकजुट होना पड़ेगा और अन्याय के खिलाफ प्रतिवाद करना पड़ेगा. बिरसा मुंडा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब हम उस शोषण हीन समाज के सपने को पूरा करने की ओर कदम बढ़ाएंगे, जिसे बिरसा मुंडा ने कभी देखा था. यदि हमें उस सपने को सार्थक करना है, तो उसका एक ही रास्ता है और वह है नया समाज का निर्माण करना. आज जिस तरह से शोषण जुर्म चल रहा है- महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अशिक्षा, भुखमरी, जैसी समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. उसके खिलाफ उठ खड़ा होना पड़ेगा. कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रकाश महतो, शंभू महतो, एमपी सिंह सरदार, अमित पूर्ति, रोशन पूर्ति, दिनेश हेंब्रम रविंद्र महतो आदि युवा साथी उपस्थित थे.