चाईबासा : कोरोना संकट व लॉक डाउन में पश्चिमी सिंहभूम जिला निवासी एक युवक की घर वापसी लौटने की ललक रास्ते में ही रह गई। चाईबासा जिले का विजय खंडायत अपने 16 साथियों के साथ महाराष्ट्र के पुणे से पैदल झारखंड के चाईबासा आ रहा था, जिसकी मौत रास्ते में हो गई। युवक चार दिन पहले पुणे से पैदल चलकर चाईबासा के झींकपानी के माटागुटु आ रहा था। इसी क्रम में अचानक रास्ते में बीमार हो गया और देखते देखते दम तोड़ दिया। घटना के बाद महाराष्ट्र के बारदा के सरकारी अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम कराया गया। अब साथियों के समक्ष मृतक विजय खंडायत का शव घर लाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। मालूम हो की घटना रविवार सुबह छह बजे की है। उसके साथियों के मुताबिक उन लोगों के पास आने की कोई सुविधा भी नहीं है और न ही पैसा है। 16 मजदूर एक साथ झींकपानी स्थित घर के लिए निकले थे।
मृतक विजय के दोस्तों ने वीडियो संदेश जारी कर सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा से सहयोग मांगा है। वहीं जैसे ही वीडियो सांसद गीता कोड़ एवं पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा तक पहुंचा, वैसे ही उन्होंने मामले को संज्ञान मे लेकर मजदूरों से संपर्क किया और हरसंभव मदद करने की बात कही। साथ ही गीता कोड़ा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर सभी लोगों को तुरंत सहयोग पहुंचाने का भरोसा दिया। मजदूरों के अनुसार उनके पास एक रुपया भी नहीं है और तीन दिन से भूखे हैं। लॉकडाउन के बाद उन लोगों को काम से निकाल से दिया गया और बकाया पारिश्रमिक का भुगतान भी नहीं किया गया। जब कोई और रास्ता नहीं नजर आया तो पैदल ही घर आने के लिए निकले गये। इसी क्रम में रास्ते में ही विजय खंडायत अपने दोस्तों का साथ छोड़ दिया।