चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) नीरजा कुजूर की अध्यक्षता में जूम एप्लीकेशन के माध्यम से “दीजी-साथ” कार्यक्रम अंतर्गत प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी के गठन एवं उनके द्वारा डिजिटल शिक्षण सामग्री के निर्माण एवं व्यवहार से संबंधित ऑनलाइन समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक अनिल कुमार चौधरी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमित मुखर्जी एवं पीरामल फाउंडेशन के जिला समन्वयक ऑनलाइन उपस्थित रहे। बैठक में सर्वप्रथम प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी के लिए चयनित शिक्षकों का अभिनंदन किया गया एवं उनके द्वारा इस विपदा की घड़ी में आगे बढ़कर बच्चों के लिए डिजिटल शिक्षण सामग्री बनाने की सोच एवं उनके सर्व भौमिक उपयोग के लिए आगे आने के लिए धन्यवाद दिया गया।
ऑनलाइन माध्यम से आयोजित बैठक में उपस्थित शिक्षकों के साथ चर्चा के दौरान सहमति बनी कि उनके द्वारा कक्षा वार एवं विषय वार पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए डिजिटल शिक्षण सामग्री यथा वीडियो एवं अन्य सामग्रियों का निर्माण किया जाएगा, जिससे बच्चे सुगमता पूर्वक इनको आत्मसात् कर सकेंगे। इस क्रम में स्थानीय उपलब्ध संसाधन एवं सामग्रियों का उपयोग किया जाना ही बेहतर होगा तथा यह भी निश्चित किया गया कि निर्मित सामग्री अथवा वीडियो ज्यादा लंबा ना होकर केवल 15 से 20 मिनट का होना चाहिए तथा संपूर्ण प्रयास से यह ध्यान रखा जाएगा कि बच्चों के पाठ्यक्रम भी नियमित रूप से पूरा होते रहें।
बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक के द्वारा पुस्तक वितरण के क्रम में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए छात्र-छात्राओं के घरों तक पुस्तकों का वितरण करने हेतु निर्देशित किया गया है तथा इससे संबंधित आगामी बैठक 21 अथवा 22 मई को संभावित रखी गयी है। डिजिटल सामग्रियों के निर्माण में सिलेबस आधारित पाठ्यपुस्तक एवं ज्ञान सेतु के भारत वर्क बुक की सहायता ली जाएगी। निर्मित शिक्षण सामग्री को जिले के द्वारा तैयार किए गए यूट्यूब लिंक पर प्राप्त किया जाएगा तथा पूरे जिले में अध्ययन हेतु प्रसारित किया जाएगा। इस हेतु सभी प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी के शिक्षक का व्हाट्सएप ग्रुप तैयार करते हुए उन्हें नियमित निर्मित सामग्रियों को भेजने का कार्य किया जाएगा।