चाईबासा : तांतनगर प्रखंड के जाऊबेड़ा गांव में बीते दिन जंगली हाथियों के उत्पात से प्रभावित ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीनबंधु बोयपाई ने की. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि पिछले वर्ष अक्तूबर व नवंबर में जंगली हाथियों के उत्पात से धान की कई एकड़ फसल बर्बाद हुई थी. लेकिन आवेदन देने के बावजूद वन विभाग ने अब तक मुआवजा नहीं दिया है. जबकि हम करीब साल-भर से वन विभाग का चक्कर भी लगा रहे हैं। हाल में फिर जंगली हाथियों ने फसल को नुकसान पहुंचाया. इसकी भी शिकायत की गई थी. फिर भी विभाग सोया रहा. अब हम मुआवजा के लिए कहां जाएं. प्रत्येक वर्ष हाथियों से हमें नुकसान हो रहा है. खेती ही हमारी जीविका का एकमात्र साधन है. वन विभाग हमें मुआवजा दे ताकि दो वक्त की रोटी की व्यवस्था कर सकें. ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि गांव में छह चापाकल साल-भर से खराब पड़े हैं. ऊपर से गांव में एक भी सोलर जलमीनार नहीं है. लिहाजा गरमी के मौसम में पानी की समस्या गंभीर हो जाती है. लोगों को कोसो दूर पैदल चलकर पानी लाना पड़ता है.
मुआवजे का भुगतान जल्द : डीएफओ रजनीश कुमार
बैठक के दौरान ही दीनबंधु बोयपाई ने डीएफओ रजनीश कुमार से फोन पर संपर्क कर मुआवजे की समस्या बताई। दीनबंधु बोयपाई के अनुसार डीएफओ रजनीश कुमार ने यथाशीघ्र प्रभावितों को मुआवजा दे देने की बात कही. इसके बाद दीनबंधु बोयपाई ने ग्रामीणों को पेयजल समस्या से उप विकास आयुक्त को अवगत कराने की बात कही. बैठक में चुंबरू सिरका, महेंद्र सिरका, अभिराम सिरका, पुरचिया सिरका, गाला सिरका, महेंद्र सिरका, जेमा कुई, नारायण सिरका, किसान सिरका, सदानंद सिरका, कुनी सिरका, सुमित्रा देवी, पीयूष गोप, बीरसिंह सिरका, साधुराम देवगम, पातोर गोप, श्याम सिरका, सिदिऊ सिरका, मुंदूवा सिरका, कृष्ण सिरका, माधव सिरका, सोनाराम पूर्ति, नारद पूर्ति, रमेश चंद्र सिरका आदि मौजूद थे.
west-singhbhum-तांतनगर के जाऊबेड़ा में ग्रामीणों के साथ युवा कांग्रेस ने की बैठक, कहा-आवेदन देने के बावजूद एक साल से हाथी प्रभावितों को नहीं मिला मुआवजा
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