जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने एक बार फिर से धनबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो के खिलाफ बड़ा खुलासा किया है. श्री राय ने इससे पहले 10 अप्रैल को एक खुलासा किया था, जिसमें यह कहा गया था कि ढुल्लू महतो के बेटे प्रशांत कुमार द्वारा 2.06 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी है, जिसका ब्योरा सार्वजनिक किया था. अब श्री राय ने बताया है कि प्रशांत कुमार द्वारा इसके अतिरिक्त गोविंदपुर अंचल के तुमादाहा मौजा में खाता संख्या- 83, 97 और 110 के करीब 11 प्लॉट खरीदने का प्रमाण सामने आया है, जिसका कुल क्षेत्रफल 01 एकड़ 49 डिसमील है. गोविंदपुर अंचल में जमीन खरीदने का सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर के अनुसार इन भूखंडों की कीमत 50 लाख रूपये से अधिक आंकी जा रही है. श्री राय ने बताया है कि जमीन खरीद एवं म्यूटेशन तथा अंचल कार्यालय में दायर नामान्तरण मुकदमा संख्या 18905/2021-2022 तथा इस जमाबंदी में दिये गये लगान का भी लिया जा चुका है. (नीचे भी पढ़ें)
श्री राय ने कहा है कि भाजपा के उन नेताओं को जो उनके (सरयू राय के) ज्ञान पर उनको अपने पास ही रखने की सलाह दे रहे हैं, उन्हें इन विवरणों की वस्तुस्थिति और सत्यता की जांच अपने सूत्रों से करा लेनी चाहिए. सरयू राय ने बताया कि उसके बाद उन्हें इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा की कसौटी पर भाजपा के ऐसे उम्मीदवार खरा उतरते है या नहीं ? इसके अतिरिक्त श्री राय ने बताया है कि उनके पास भाजपा के इस घोषित उम्मीदवार और उनके परिवारजनों द्वारा खरीदी गई बड़ी संख्या में बेनामी अचल संपतियों और कंपनियों के नाम का विस्तृत ब्यौरा भी है. ये कंपनियां दो साल पूर्व दिवालिया होने के कगार पर पंहुच चुकी थी. (नीचे भी पढ़ें)
इन कंपनियों में विगत 04 वर्षों में अकूत अचल संपति खरीदा गया है, जिसमें हार्ड कोक उद्योग, फ्लावर मिल आदि के भूखंड, निर्मित ढांचा एवं मशीनरी शामिल है. विधायक सरयू राय ने कहा है कि इनमें से कई भूखंड गोविंदपुर अंचल के तुमादाहा मौजा में ही स्थित है. ये कंपनियां अभी भी ‘रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज’ के दस्तावेज में सक्रिय दिख रही है और जीएसटी एवं आयकर का भुगतान भी कर रही हैं. इन अचल परिसम्पतियों की कीमत उनके द्वारा कर देने योग्य कुल परिसम्पतियों के मूल्य की तुलना में काफी अधिक है. श्री राय ने बताया कि ऐसे व्यक्तियों और कंपनियों के बारे में प्राप्त सूचनाओं का मिलान, अधिकारिक दस्तावेजों से करने के उपरांत वे शीघ्र ही इसे भाजपा नेताओं की जानकारी के लिए सार्वजनिक करेंगे ताकि वे नहीं चाहते हुए अपने ज्ञान में वृद्धि कर सके और उनका जमीर जग सके. ये मामले आय से अधिक सम्पति के ठोस उदाहरण है.