जमशेदपुर : जमशेदपुर ग्रामीण भाजपा के जिला अध्यक्ष के तौर पर सौरभ चक्रवर्ती की घोषणा कर दी गयी. सौरभ चक्रवर्ती की घोषणा विवादों में आती दिख रही है. दरअसल, यह विवाद पार्टी के अंदरूनी तौर पर होने लगा है क्योंकि जिसको जिला अध्यक्ष बनाया गया है, वह भाजपा को घाटशिला में हराने का आरोपी है. इसकी लिखित शिकायत भाजपा के आलाकमान और प्रदेश नेतृत्व को दिया जा चुका है. 18 दिसंबर 2019 को विधानसभा चुनाव के बाद घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के संयोजक शिवरतन अग्रवाल, घाटशिला विधानसभा के प्रभारी बबलू प्रसाद और घाटशिला विधानसभा के सह प्रभारी हेमंत नारायण देव ने लिखित तौर पर भाजपा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष को जानकारी दी थी कि घाटशिला प्रखंड में कोपाल कोयरी, पोल्टूी सरदार, संजय तिवारी, कमल किशोर प्रसाद जबकि मुसाबनी में तुषार कांत पातर, सौरभ चक्रवर्ती और धालभूमगढ़ प्रखंड में सुनील नाथ और प्रदीप महतो ने विधानसभा चुनाव के दौरानं भाजपा के विरुद्ध काम किया था.
आपको बता दें कि भाजपा को घाटशिला विधानसभा सीट गंवानी पड़ी थी और वह सीटिंग सीट थी, जहां से अभी रामदास सोरेन झामुमो के विधायक है. इस शिकायत पत्र में यह बताया गया था कि उपरोक्त लोगों (नवनियुक्त भाजपा जमशेदपुर ग्रामीण अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती समेत) के कारण भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा. ऐसे लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की गयी थी. लेकिन इस सिफारिश के उलट जमशेदपुर भाजपा का ग्रामीण का जिला अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती को बना दिया गया है. अब कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश पर ही सवाल उठा रहे है कि क्या पार्टी विरोधी काम करने वालों को ही पार्टी में इनाम मिल रहा है. अगर ऐसा हो तो फिर क्यों कोई ईमानदारी से पार्टी के लिए काम करेगा. इस बारे में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को लिखित तौर पर सवाल पूछा गया है, जिनके जवाब का इंतजार किया जा रहा है.