रांची : सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक रांची में आयोजित की गयी. इसकी अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष गुरुजी शिबू सोरेन ने की जबकि इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर कार्यकारी अध्यक्ष मौजूद थे. इस बैठक में केंद्रीय कार्यसमिति के सारे सदस्य मौजूद थे. बैठक में तय किया गया कि 18 दिसंबर को रांची के हरमू स्थित एक भवन में ही आयोजित की जायेगी. यह 12वां अधिवेशन होगा, जिसमें झामुमों से जुड़े तमाम स्तर के नेताओं को बुलाया जायेगा. इस दौरान टाटा समूह के खिलाफ चल रहे आंदोलन का मुद्दा भी उठाया गया. मंत्री चंपई सोरेन की मौजूदगी में झामुमो के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष रामदास सोरेन के पत्र के आलोक में इस पर चर्चा की गयी. (नीचे देखे पूरी खबर)
इस चर्चा के दौरान तय किया गया कि मांग जायज है और इसको लेकर टाटा समूह के खिलाफ आंदोलन को जारी रखा जायेगा. आर्थिक नाकेबंदी का जो फैसला है, उस पर अडिग है, जिसको लेकर जल्द ही तिथि तय कर दी जायेगी. कंपनियों के माल की आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया जायेगा. इसके अलावा यह भी तय किया गया कि झारखंड में कारोबार करने वाली ऐसी कंपनियां, जो लगातार स्थानीय लोगों को नौकरी दी जा रही है और 75 फीसदी स्थानीय आरक्षण नहीं दिया जा रहा है, उसके खिलाफ भी आंदोलन किया जायेगा. निजी कंपनियों के अलावा सरकारी उपक्रम वाली कंपनियां (पीएसयू) के खिलाफ भी आंदोलन किया जायेगा. इसके लिए हर जिले में इसका अध्ययन करने को कहा गया है. 18 दिसंबर को होने वाले महाधिवेशन में इस पर फैसला लिया जायेगा. पंचायत चुनाव को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गयी. संगठन को मजबूत बनाते हुए पंचायतों में चुनाव में हिस्सा लेने को कहा गया है. इस मीटिंग के बारे में केंद्रीय प्रवक्ता बिनोद पांडेय ने कहा कि टाटा के खिलाफ जो आंदोलन है, वह चलता रहेगा और इस मुद्दे पर जब तक फैसला नहीं होता है, तब तक जारी रहेगा. इस आंदोलन के अलावा पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां की गयी है. सांगठनिक तौर पर किस तरह झामुमो को और मजबूत किया जाना है, उसके बारे में भी विस्तार से चर्चा की गयी है.