जमशेदपुर : टाटा समूह के जमशेदपुर में स्थापित दो संस्थान टाटा मोटर्स और टाटा कमिंस के लीगल कार्यालय पुणे शिफ्ट करने के फैसले के खिलाफ झामुमो ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. जहां मंगलवार को झामुमो ने कोल्हान में संचालित टाटा समूह के सभी संस्थापनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. टाटा स्टील के जमशेदपुर, चाईबासा और सरायकेला के सभी संस्थानों के गेट पर धरने पर बैठ गए हैं. सुबह से ही झामुमो के सभी विधायकों के नेतृत्व में टाटा स्टील के मुख्य गेट को जाम कर कर्मचारियों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
झामुमो नेताओं ने टाटा समूह के खिलाफ चार सूत्री मांगों को लेकर 24 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. हालांकि, चूंकि सारे लोगों के लिए वैकल्पिक गेट खुले हुए थे, इस कारण टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और टाटा कमिंस में किसी तरह का उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ. हालांकि, झामुमो ने इसको सांकेतिक आंदोलन कहका है और अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे लोग अनिश्चितकाल के लिए कंपनियों को जाम कर देंगे. आपको बता दें कि झारखंड में राज्य सरकार में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झामुमो के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ही है और झामुमो सत्ताधारी पार्टी है. इस दौरान पुख्ता बंदोबस्त सुरक्षा के सारे कंपनियों के गेट पर किये गये थे जबकि पहले से ही मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी थी. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा स्टील का जेनरल ऑफिस गेट पर गायब रहे प्रभारी विधायक समीर मोहंती, फिर भी डटे रहे कार्यकर्ता
झामुमो के इस आंदोलन के दौरान टाटा स्टील के जेनरल ऑफिस गेट पर प्रभारी के तौर पर बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती को तैनात किया गया था. वहां पहले से ही इनकी ड्यूटी लगी थी. इस दौरान हरबे हथियारों के साथ काफी लाव लश्कर के साथ झामुमो की पूर्व सांसद सुमन महतो, झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी हिदायतुल्लाह खान समेत कई अन्य लोग जुटे. इन लोगों ने वहां नारेबाजी की. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
इन लोगों ने बताया कि बहरागोड़ा के विधायक को अचानक से जाना पड़ा, जिस कारण वे बंगलुरु अपनी बेटी के इलाज के लिए चले गये है जबकि सविता महतो सरायकेला-खरसावां जिले के आंदोलन में शरीक हुई है क्योंकि वे उस क्षेत्र की विधायक है. इस दौरन जमकर हंगामा होता रहा. लोगों ने यहां काफी बवाल काटा. गेट को जाम कर दिया. सुबह करीब 11 बजे सारे लोग यहां जुट गये थे. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा स्टील के बिष्टुपुर गेट पर लगा जाम
टाटा स्टी के बिष्टुपुर स्थित मुख्य गेट को जाम कर दिया गया था. यहां पोटका के विधायक संजीव सरदार, केंद्रीय महासचिव मोहन कर्मकार, आस्तिक महतो, झामुमो के नगर सचिव गोपाल महतो, अजय रजक समेत तमाम बड़े नेता यहां जुटे थे. पूरे लाव लश्कर और पारंपरिक आदिवासी बाजा के साथ लोग यहां जुटे. यहां बिष्टुपुर थाना के सामने ही लोगों की भीड़ लग गयी. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
सारे लोग टाटा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान यहां तंबू लगाकर दिन भर सारे लोग बैठ गये और वहीं खाना पीना भी होता रहा. लोग नारेबाजी करते रहे जबकि भाषण भी होता रहा. इस दौरान सारे लोगों ने टाटा समूह के खिलाफ जमकर आवाज बुलंद की. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा मोटर्स के जमशेदपुर के मुख्य गेट को किया जाम
टाटा मोटर्स के जमशेदपुर स्थित मुख्य गेट को भी जाम कर दिया गया. इस जाम का नेतृत्व झामुमो के विधायक सह जमशेदपुर के झामुमो अध्यक्ष रामदास सोरेन, लालटू महतो, महावीर मुर्मू समेत कई अन्य नेता मौजूद थे. इन लोगों ने यहां पारंपरिक हथियारों के साथ गेट पर प्रदर्शन किया जबकि गेट पर ही पारंपरिक बाजा गाजा लेकर इन लोगों ने नाच गाना भी किया और जमकर टाटा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
यहां जमकर बवाल काटा गया. सारे लोगों ने टाटा समूह का विरोध भी किया. इस हंगामा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. सारे लोगों ने यहां नारेबाजी की और मांग की कि झारखंड से बाहर किसी भी दफ्तर को वे लोग जाने नहीं देंगे और किसी भी हद तक वे लोग जा सकते है. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा कमिंस गेट पर झामुमो विधायक मंगल कालिंदी ने संभाली कमान
टाटा कमिंस के मुख्य गेट को भी इन लोगों ने जामकर दिया. इसका नेतृत्व जुगसलाई के झामुमो विधायक मंगल कालिंदी कर रहे थे जबकि उनके साथ क्रिड़ा मोर्चा के अध्यक्ष मनोज यादव कर रहे थे. इस आंदोलन के दौरान जमकर नारेबाजी की गयी. तीर कमान के साथ सारे लोग यहां जुटे हुए थे और नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान आर या पार की लड़ाई की घोषणा की गयी. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा कमिंस का यह घेराव ऐतिहासिक रहा. यहां किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया गया और ना ही बाहर निकलने दिया गया. झामुमो विधायक मंगल कालिंदी ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे लोग किसी भी हद तक जा सकते है. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
झामुमो की यह है मांगें : झामुमो की मांग है कि झारखंड से टाटा कमिंस को पुणे शिफ्ट करने और पैन को रद्द की जाये. पुणे से सामानों की खरीद बंद होकर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की इकाईयों से इस तरह के सामानों की खरीददारी की जाये. जियाडा में स्थापित इलेक्ट्रिकल मैनुफैक्चरिंग कलस्टर में स्थानीय उद्यमियों की इकाई को विकसित करने में सहयोग किया जाये. टाटा अप्रेंटिस में शत प्रतिशत स्थानीय आदिवासी और मूलवासियों को बहाल करने, सीएसआर के तहत काम करने और विस्थापितों के पुर्नवास की ठोस योजना को अमल में लाया जाये. (नीचे देखें पूरी खबर और वीडियो)
टाटा स्टील और टाटा मोटर्स गेट पर बना था किचेन, खिचड़ी परोसा गया
टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के गेट के पास किचेन बनाया गया था. टाटा स्टील के कारपोरेट कम्यूनिकेशन विभाग की दीवार से सटाकर उत्तम किचेन बना दिया गया था, जहां खिचड़ी बनाया जा रहा था. इस दौरान सारे लोगों को वहां से ही खिचड़ी का वितरण किया जा रहा था. सबको वहां पर खिचड़ी परोसा जा रहा था जबकि सभी गेट पर वहीं से आंदोलनकारियों को खिचड़ी की सप्लाइ की जा रही थी. करीब दस हजार लोगों के खाने का बंदोबस्त किया गया था. इसके अलावा टाटा मोटर्स गेट के पास भी एक किचेन बनाया गया था, जहां किचेन में खिचड़ी खाने और उसको बांटने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही. (नीचे देखे तस्वीरें.)